Bhinmal: जालोर जिले के भीनमाल उप कारागृह जेलर विक्रम सिंह के खिलाफ गंभीर आरोप लगे हैं. आरोपी एनडीपीएस में गिरफ्तार दो आरोपियों ने पेशी के दौरान एडीजे को एक शिकायती पत्र सौंपा. इस शिकायती पत्र में 55 बंदियों के हस्ताक्षर के साथ जेलर विक्रमसिंह पर कई गंभीर आरोप लगाए गए हैं. एडीजे को दिए गए शिकायती पत्र में आरोप लगाया कि परिजन जब मुलाकात करने के लिए आते है. तब रिश्वत मांगने, साबुन तेल और अन्य खाद्य सामग्री नहीं देने, मारपीट करने जैसे गंभीर आरोप लगाए हैं. जिस पर अपर जिला न्यायाधीश गोपाल सैनी ने भीनमाल जेलर विक्रम सिंह को न्यायालय में तलब किया है. 


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साथ ही लगातार उप कारागृह प्रभारी विक्रम सिंह पर बंदियों के साथ शोषण, अमानवीय व्यवहार और अत्याचार को लेकर न्यायिक मजिस्ट्रेट और उपखंड अधिकारी को शिकायतें मिलने के बाद उपखंड अधिकारी जवाहरराम चौधरी ने उप कारागृह का गहनता से निरीक्षण कर बंदियों के साथ हो रही प्रताड़नाओं के बारे में जानकारी ली. वहीं जेलर द्वारा बंदियों को दी जाने वाली प्रताड़नाओं के बारे में दी गई. शिकायतों की पुष्टि कर प्रत्येक बंदी से पूछताछ की. निरीक्षण के पश्चात एसडीएम चौधरी ने बताया कि जेलर विक्रमसिंह पर लगे आरोपों की जांच की जाएगी. उन्होंने कहा अगर जांच में सत्यता पाई जाती है तो जेलर के खिलाफ उच्चाधिकारियों को अवगत करवाकर कार्रवाई अमल लाई जाएगी. इधर गुरुवार की शाम को जमानत पर रिहा हुए एक बंदी राजूराम ने बताया कि जब में जेल से बाहर आ रहा था. उस दौरान जेलर विक्रम सिंह ने सभी कैदियों का घी डस्टबिन में फेंकने की तैयारी कर उन्हें टॉर्चर किया जा रहा था. इस पर एसडीएम जवाहरराम चौधरी ने बताया कि मैंने भी डस्टबीन में घी तो देखा है, मगर इसकी जांच की जा रही है.


यह था पूरा मामला
बता दें कि बुधवार को एनडीपीएस प्रकरण को लेकर जेल में बंद दो बंदियों की पेशी थी.बंदी पूनमाराम और रमेश कुमार ने पेशी के दौरान अपर जिला न्यायाधीश सैनी को 55 बंदियों द्वारा हस्ताक्षर किया हुआ एक शिकायती-पत्र देकर उप कारागृह प्रभारी विक्रम सिंह उप कारापाल पर प्रताड़ना के आरोप लगाए. रुपए मांगने के साथ-साथ बंदियों को बीमार होने पर अस्पताल के गार्ड द्वारा कहने पर भी अस्पताल नहीं भेजे जाने, उन्हे लंगर में काम नहीं करने की एवज में प्रति बंदी से 1 हजार रुपए लेने और जो पैसा नहीं देते हैं उनसे शौचालय और गटर की साफ-सफाई करवाने और कोर्ट से आने वाले अधिवक्ताओं से नहीं मिलने देने, जाति और छुआछूत करने और जेल स्थानांतरण की धमकी देने का पत्र में आरोप लगाए गए.


कैदी ने जेलर पर 20 हजार रुपए मांगने का आरोप लगाया था. जांच अभी तक ठंडे बस्ते में इससे पहले 13 अप्रैल 2022 को एक बंदी की जमानत होने के बाद जेलर विक्रम सिंह पर गंभीर आरोप लगाते हुए एसडीएम, डीजीपी और हाईकोर्ट में शिकायत दी थी. गुड़ामालानी निवासी बंदी दशरथ कुमार सोनी ने भी इसी तरह के जेलर पर गंभीर आरोप लगाए थे. उन्होंने आरोप लगाते हुए बताया कि उसको धोखाधड़ी के मामले में जेल भेजते ही विक्रम सिंह ने 20 हजार रुपए की डिमांड की. रुपए नहीं देने पर मारपीट की गई उसके बाद मजबूरन पैसे देने पड़े. आरोप था कि रुपए नहीं देने पर गटर धुलवाना, जेल में नशा उपलब्ध करवाना समेत आरोप लगे, लेकिन उसके बाद भी जेलर के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं हुई. अब 55 बंदियों के हस्ताक्षर का एक और पत्र से शिकायत की गई है.


Reporter: Dungar Singh


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