Jhalawar News: राजस्थान के झालावाड़ शहर के चार समाजसेवी युवाओं ने देहदान का संकल्प लिया है. चारों युवाओं ने झालावाड़ मेडिकल कॉलेज के एनाटॉमी विभाग में पहुंचकर असिस्टेंट प्रोफेसर मनोज शर्मा को देहदान का संकल्प पत्र सौंपा. जागरूक युवाओं ने आमजन से भी देहदान व नेत्रदान के संकल्प की अपील की है. 


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समाज सेवी मनोज लालवानी ने बताया कि उनके मित्र रमेश प्रजापति, उमेश पांडे और अब्दुल हकीम ने नेत्रदान संकल्प पत्र भरने का निर्णय किया था, लेकिन बाद में चारों ने जब देहदान के लिए भी संकल्प करने की सहमति जताई, तो वे सभी झालावाड़ मेडिकल कॉलेज के एनाटॉमी विभाग पहुंचे हैं और वहां  जाकर असिस्टेंट प्रोफेसर डॉक्टर मनोज शर्मा को मृत्यु के पश्चात देहदान करने का संकल्प पत्र सौंपा.


देहदान के पीछे की मंशा


देहदान का संकल्प करने के पीछे उनकी मंशा सिर्फ यही है, कि मेडिकल कॉलेज के अध्ययनरत छात्रों को प्रशिक्षण के लिए मृत देह की आवश्यकता होती है. ऐसे में यदि किसी व्यक्ति की मृत्यु उपरांत उसकी देह प्रशिक्षण के काम आए, ताकि वे बेहतर चिकित्सक बन सके, तो इससे बड़ी सेवा और कुछ नहीं हो सकती है.इसके साथ ही समाजसेवी मनोज लालवानी ने आमजन से भी देहदान का संकल्प लेने तथा मृत्यु भोज को बंद करने की अपील की.


एनाटॉमी विभाग के असिस्टेंट प्रोफेसर मनोज शर्मा ने बताया कि झालावाड़ मेडिकल कॉलेज में वर्तमान में ही 400 छात्र अध्ययनरत है. करीब 20 छात्रों को अध्ययन व प्रशिक्षण हेतु एक देह की आवश्यकता होती है, लेकिन झालावाड़ मेडिकल कॉलेज में वर्तमान में अध्ययन हेतु सिर्फ दो देह है.


देहदान हेतु उनके द्वारा लगातार जागरूकता अभियान भी चलाए जा रहे हैं जिसका धीरे-धीरे असर होने लगा है. झालावाड़ मेडिकल कॉलेज में अभी तक कुल 79 जागरूक लोगों द्वारा देहदान का संकल्प पत्र दिया गया है. और मेडिकल कॉलेज की स्थापना से लेकर अभी तक कुल 7 बॉडी डोनेट हुई है.