Jhalawar: झालावाड़ जिले के असनावर थाना क्षेत्र में अंधविश्वास के चलते एक 4 वर्षीय मासूम की जान पर बन आई. घटना थाना क्षेत्र के डूंगर गांव के समीप पंत की माताजी स्थल की है, जहां एक तांत्रिक बाबा ने 4 वर्षीय मासूम को तलवार से घायल कर दिया. जिसके चलते मासूम बालक के शरीर पर आधा दर्जन से अधिक जगह गहरे घाव हो गए. 


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उधर घटना के बाद परिजनों द्वारा असनावर थाने में प्रकरण दर्ज कराया गया था, जिसके बाद पुलिस ने आरोपी तांत्रिक विजेश रेबारी को गिरफ्तार कर लिया है.  पूरे मामले में बालक के पिता गोविंद गुर्जर निवासी फतेहगढ़ ने बताया कि कल दोपहर को को वह उसकी पत्नी और 4 वर्षीय पुत्र कर्मवीर सहित ससुराल पक्ष के रिश्तेदारों के साथ असनावर क्षेत्र के डूंगर गांव के समीप स्थित पंत की माता दी स्थल पर मुंडन संस्कार कार्यक्रम में शामिल होने गया था. जहां वह अपने रिश्तेदारों के साथ भोजन कर रहा था, उसी दौरान उनका 4 वर्षीय बालक कर्मवीर पास के ही एक तांत्रिक के चबूतरे पर चला गया. 


तांत्रिक विजैश रेबारी वहां अंधविश्वास के जादू टोने की क्रियाएं कर रहा था. जैसे ही 4 वर्षीय बालक चबूतरे पर चढ़ा, तो तांत्रिक ने उसके शरीर में माताजी की आत्मा आने का ढोंग करते हुए बालक पर तलवार से वार कर दिया और बालक के शरीर पर धारदार तलवार से आधा दर्जन से अधिक घाव कर दिए. घायल बच्चे की चिल्लाने की आवाज सुनते ही परिजन दौड़कर चबूतरे पर पहुंचे, जहां बालक कर्मवीर घायल हालत में बिलखता नजर आया. परिजन आनन-फानन में उसे उठाकर असनावर चिकित्सालय पहुंचे और बालक का उपचार करवाया. जिसके बाद परिजन असनावर थाने पहुंचे और पूरी घटना से अवगत कराते हुए आरोपी तांत्रिक विजेश रेबारी के खिलाफ प्रकरण दर्ज करा दिया. 


उधर परिजनों की शिकायत पर असनावर थाना पुलिस ने आरोपी तांत्रिक के खिलाफ प्रकरण दर्ज कर उसे गिरफ्तार कर लिया है.  उधर घटना को लेकर परिजनों में भारी आक्रोश है. उनका कहना है कि ग्रामीण क्षेत्रों में अभी भी अंधविश्वास के नाम पर लोगों को शिकार बनाया जाता है. खुशकिस्मती से तलवार का वार बालक के गले पर नहीं लगा, अन्यथा कोई बड़ी अनहोनी हो जाती. परिजनों ने मांग की है, कि आरोपी तांत्रिक को जानलेवा हमले की धाराओं में मुकदमा दर्ज कर सख्त से सख्त कार्यवाही की जाए. 


परिजनों ने बताया कि यह आरोपी तांत्रिक बीते कई वर्षों से पंत की माताजी स्थल पर एक चबूतरे की स्थापना कर तंत्र क्रियाएं व अंधविश्वास का ढोंग करता है और भोले-भाले ग्रामीणों को अंधविश्वास के जाल में उलझा कर मोटी राशि वसूल कर अपना शिकार बनाता है. क्षेत्र के ग्रामीणों को भी उसने डरा धमकाकर अंधविश्वास के खेल से अपने वश में किया हुआ है. जिसके कारण ऐसी घटनाओं के बावजूद क्षेत्र के ग्रामीण उसका विरोध नहीं करते. ऐसे में परिजनों ने भी मांग की है कि ऐसे ढोंगी और तांत्रिक बाबाओं के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए. 


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