Jhalawar News: राजस्थान में विद्युत संकट लगातार गहराता जा रहा है,जिससे शहरी व ग्रामीण क्षेत्रों के लोगों को विद्युत कटौती का सामना भी करना पड़ रहा है. इसी बीच विद्युत उत्पादन निगम को देर शाम एक और झटका उस समय लगा जब झालावाड़ के कालीसिंध थर्मल पावर प्लांट की पहली इकाई से विद्युत उत्पादन ठप हो गया.


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बॉयलर ट्यूब लीकेज होने के कारण पहली इकाई फिर से बंद हो गई है. ऐसे में कालीसिंध थर्मल पावर प्लांट की 600 मेगा वॉट की सिर्फ दूसरी यूनिट से ही विद्युत उत्पादन हो पा रहा.


गौरतलब है कि कालीसिंध थर्मल पावर प्लांट की पहली यूनिट को वार्षिक मरम्मत के चलते गत 8 जुलाई को शटडॉउन किया गया था, और करीब 25 दिन के लंबे शटडाउन के बाद मरम्मत कार्य पूरा कर गत 3 अगस्त को ही पहली यूनिट को एक बार फिर से लाइट अप किया गया था.लेकिन यूनिट के सिंक्रोनाइज किए जाने के महज 10 दिन बाद ही कालीसिंध थर्मल पावर प्लांट की पहली यूनिट से विद्युत उत्पादन एक बार फिर से उस समय ठप्प हो गया,


जब बॉयलर ट्यूब लीकेज हो जाने के कारण पहली यूनिट में तकनीकी खामी आ गई.कालीसिंध थर्मल पावर प्लांट के चीफ इंजीनियर खेल मीणा ने बताया कि ब्वॉयलर ट्यूब लीकेज होने के कारण पहली यूनिट में तकनीकी खामियां गई थी, जिसके चलते शटडाउन लिया गया है इंजीनियरों की मदद से खामी को जल्द ही दूरस्त करने के प्रयास किए जा रहे हैं.
 
गौरतलब है कि झालावाड़ के कालीसिंध थर्मल पावर प्लांट में 600-600 मेगावाट की दो यूनिट है, जिससे 2 लाख 88 हजार यूनिट विद्युत उत्पादन होता है. ऐसे में पहली यूनिट के लगातार खराब होने से पहले से ही बिजली संकट से जूझ रहे प्रदेश के विद्युत उत्पादन निगम को बड़ा झटका लगा है.


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