Jhalawar News: झालावाड़ जिले के मनोहरथाना और अकलेरा क्षेत्र में शराब दुकानों का संचालन कर रहे शराब माफियाओं के जरिए गरीबों के साथ धोखाधड़ी के मामले सामने आए है. इसका पता तब चला जब कुछ गरीब लोगों को आबकारी विभाग से शराब की दुकानों के लिए बकाया राशि के नोटिस मिले.  समन मिलने के बाद ये लोग काफी परेशान है. पहले ही ये  अपने रोजी-रोटी के लिए ही संघर्ष करते हैं, इसलिए ऐसे करोड़ों रुपए के नोटिस से उनकी हालत खराब कर दी है.


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 घबराए हुए ये लोग झालावाड़ पुलिस अधीक्षक तथा जिला आबकारी अधिकारी के पास पहुंचे और उनके साथ हुई धोखाधड़ी के बारे में जानकारी दी. इन लोगों ने अकलेरा-मनोहरथाना क्षेत्र के एक बड़े शराब व्यवसाई पर धोखाधड़ी का गंभीर आरोप लगाया है.


एक गरीब विकलांग कमलेश लोधा ने बताया कि उसे शराब दुकानों के करोड़ों रुपए के नोटिस भेजे गए, जबकि उसको तो यह भी पता नहीं था कि उसके दस्तावेजों से शराब माफियाओं ने दुकानों के लाइसेंस ले लिए हैं. 


झालावाड़ पुलिस अधीक्षक कार्यालय में अपनी फरियाद लेकर मनोहरथाना क्षेत्र के कमलेश लोधा ने बताया कि वह विकलांग है. ऐसे में कुछ लोग आए थे और उसे सरकारी योजनाओं का लाभ दिलाने का विश्वास दिलाकर उसकी बैंक डायरी और अन्य आवश्यक पहचान पत्र ले लिए. अब दो दिन पूर्व उसे आबकारी विभाग के जरिए शराब दुकानों के करीब डेढ़ करोड़ रुपए बकाया राशि के दो नोटिस भेजे गए. वह गरीब और दिव्यांग है, उसे तो पता भी नहीं है, कि उसके दस्तावेजों से शराब माफियाओं ने शराब दुकानों के लाइसेंस ले लिए हैं और दुकानें संचालित की जा रही. 


अकलेरा निवासी बुजुर्ग नंदलाल की भी अपनी व्यथा बताते हुए आंखें भीग गई. उससे भी कुछ लोग लोन दिलाने के नाम पर बैंक डायरी और पहचान पत्र के दस्तावेज ले गए थे और अब आबकारी विभाग द्वारा उसे 82 लाख बकाया राशि जमा करने का नोटिस भेजा गया है. 


 क्षेत्र के कलमोदिया निवासी कासिम ने भी बताया कि उसके नाम से मनोहरथाना क्षेत्र में शराब की दो दुकानें संचालित है. जिसकी जानकारी उसे भी कुछ दिन पूर्व ही मिली है. शराब ठेकेदार ग्रुप के लोग उसे भी सरकारी योजनाओं का लाभ दिलाने का झांसा देकर उसके दस्तावेज ले गए थे. 


तीनों पीड़ितों ने झालावाड़ पुलिस अधीक्षक रिचा तोमर तथा जिला आबकारी अधिकारी सतीश पूनिया को ज्ञापन देकर धोखाधड़ी के बारे में शिकायत की है. मामले में एसपी रिचा तोमर ने कहा कि कुछ लोगों की इस तरह की शिकायत आई है, जिस पर उनके जरिए संबंधित थाने में रिपोर्ट दर्ज करवाने के लिए कहा गया है. मामला दर्ज होने पर पुलिस जांच शुरू की जाएगी. 


 वहीं जिला आबकारी अधिकारी सतीश पूनिया ने कहा कि नोटिस उन्हीं लोगों को भेजे गए हैं, जिनके नाम की शराब दुकान के लाइसेंस जारी हुए हैं. फिर भी कुछ लोगों के जरिए शिकायत मिली है, जिसकी जांच करवाई जायेगी. शराब ठेकेदारों के जरिए विभागीय राजस्व को चपत नहीं लगाने दी जाएगी.