झुंझुनूं न्यूज: यमुना नहर की मांग लगातार जोर पकड़ रही है. गांव ढाणियों में भी किसान और ग्रामीण यमुना नहर के पानी की मांग को लेकर धरने पर बैठे हैं. झुंझुनूं जिले के करीब 2 दर्जन गांवों में किसान पांच राज्यों के बीच 1994 में हुए यमुना जल समझौते के तहत जिले को पानी देने की मांग कर रहे हैं. झुंझुनूं के सुलताना बाईपास सड़क मार्ग पर संचालित किसानों का धरना 20वें दिन भी जारी हैं.


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 धरने की अध्यक्षता कर रहे पंचायत समिति सदस्य उम्मेद सिंह ने बताया कि लगातार जल स्तर गिरने से खेती यह विलुप्त सी होने लगी है. अगर जल्द जिले को नहर का पानी नहीं मिला तो किसानों को रोजगार के लिए खेती छोड़कर अन्यत्र पलायन करना पड़ेगा.


ट्रैक्टर मार्च के लिए किसानों की टोली..


 किसान यमुना के पानी की मांग को लेकर आज पंचायत मुख्यालय पर प्रस्ताव को लेकर ज्ञापन देंगे.आठ फरवरी को सुल्ताना और आसपास के गांवों के किसान ट्रेक्टर मार्च निकालेंगे.ट्रैक्टर मार्च के लिए किसानों की टोली गांव-गांव जाकर किसानों को न्यौता दे रही हैं.


 यहां के खेत फिर से लहलहा सकें


उम्मेद सिंह ने बताया कि 1994 में पांच राज्यों के बीच हुए यमुना जल समझौते के तहत झुंझुनूं जिले को जल्द ही ईआरसीपी की तरह ही हरियाणा से एमओयू करते हुए पानी दिलवाना चाहिए. ताकि वापस से यहां की खेती पुनर्जीवित हो सके और यहां के खेत फिर से लहलहा सकें.


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