सैकड़ों भूमिहीन परिवारों को पट्टे जारी करने में ग्राम पंचायत ने लगाई अड़चनें, ग्रामीण धरने पर बैठे
बस्ती में रहने वाले 103 ग्रामीणों ने पदों के लिए आवेदन किया, लेकिन ग्राम पंचायत ने पट्टे जारी करने में कई अड़चनें लगा दी. इसके बाद ग्रामीणों ने ग्राम पंचायत भवन के सामने धरना शुरू कर दिया और पट्टा वितरण में भेदभाव का आरोप लगाते हुए सभी आवेदकों को पट्टे जारी करवाने की मांग की है.
झुंझुनूं: उदयपुरवाटी उपखंड के धमोरा में पंचायत द्वारा प्रत्येक वितरण में राजनीतिक भेदभाव का आरोप लगाते हुए ग्रामीणों ने राजीव गांधी सेवा केंद्र के सामने धरना शुरू कर दिया. भेदभाव के चलते कुछ तैयार पट्टे भी ग्रामीणों ने नहीं लिए.
मिली जानकारी के अनुसार ग्राम पंचायत धमोरा में एक बस्ती की जमीन राजस्व रिकॉर्ड में अलग नाम से दर्ज थी, इसलिए आजादी से पहले बसे लोगों को भी पट्टे जारी नहीं हो रहे थे. ग्रामीणों ने मंत्री राजेंद्र गुढ़ा को अपनी समस्या से अवगत कराया तो उन्होंने जिला कलेक्टर को निर्देश देकर मुख्यमंत्री के निर्देशानुसार भू उपयोग परिवर्तन कराकर पट्टे जारी करवाने की बात कही.
मंत्री गुढ़ा के प्रयासों से बस्ती की जमीन का भू उपयोग परिवर्तन होकर उसे राजस्व रिकॉर्ड में आबादी भूमि में दर्ज करा दिया गया. उसके बाद बस्ती में रहने वाले 103 ग्रामीणों ने पदों के लिए आवेदन किया, लेकिन ग्राम पंचायत ने पट्टे जारी करने में कई अड़चनें लगा दी.
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इसके बाद ग्रामीणों ने ग्राम पंचायत भवन के सामने धरना शुरू कर दिया और पट्टा वितरण में भेदभाव का आरोप लगाते हुए सभी आवेदकों को पट्टे जारी करवाने की मांग की है. सूचना पर मंत्री गुढ़ा के पुत्र शिवम गुढ़ा भी पहुंचे. जिन्होंने मौके पर अधिकारियों की क्लास लगाई और कहा कि ग्रामीणों को परेशान नहीं किया जाए, जिस पर अधिकारियों ने सभी पट्टों की जांच करवाकर कार्रवाई करने की बात कही.