झुंझुनूं: हाथ से हाथ जोड़ो अभियान की जिम्मेदारी शिक्षकों पर! बीजेपी ने किया विरोध तो कांग्रेस ने कहा कि ये बौखलाहट है
झुंझुनूं: राजस्थान के झुंझुनूं से एक अजीब मामला सामने आया है, दरअसल खबर ये है कि झुंझुनूं: हाथ से हाथ जोड़ो अभियान के तहत निकाली जा रही पदयात्राओं में सरकारी शिक्षक भी शामिल हो रहे हैं, इस का बीजेपी ने विरोध शुरू कर दिया है.
झुंझुनूं: हाथ से हाथ जोड़ो अभियान के तहत निकाली जा रही पदयात्राओं को सफल बनाने के लिए ना केवल नरेगा मजदूरों, बल्कि शिक्षकों का सहारा लिया जा रहा है. झुंझुनूं में कुछ ऐसे वीडियो और तस्वीरें जमकर वायरल हो रही हैं, हम उसकी पुष्टि नहीं करते. लेकिन भाजपा इन तस्वीरों को आधार बनाकर कुछ शिक्षकों की शिकायत शिक्षा सचिव से की है.
भाजपा नेता विश्वंभर पूनियां ने वीडियो और तस्वीर उपलब्ध करवाते हुए कहा है कि कल हाथ से हाथ जोड़ो अभियान के तहत कांग्रेस की यात्रा किशोरपुरा में थी. जहां भीड़ नहीं आई तो नरेगा मजदूर महिलाओं को बुलाया गया और उनको झांसा देकर कांग्रेस के पक्ष में नारे लगाए गए. इसके अलावा इन तस्वीरों में सरकारी स्कूलों के चार-पांच शिक्षक होने का भी दावा किया जा रहा है.
जिसमें किशोरपुरा के व्याख्याता हवासिंह, पदमपुरा के शिक्षक राजेंद्र झाझड़िया, सुलताना स्कूल में कार्यरत विक्रम डारा, क्यामसर में कार्यरत सुरेश जांगिड़ आदि शामिल है। भाजपा का आरोप है कि इन यात्राओं के आयोजन की तैयारी ट्रांसफर की धमकी देते हुए सरकारी स्कूल के शिक्षकों से करवाई जा रही है. तस्वीरों में भी ये शिक्षक कांग्रेस नेताओं के साथ कांग्रेस के रंग में रंगे नजर आ रहे है.
ना केवल नारे लगा रहे है. बल्कि मालाओं से कांग्रेस नेताओं का स्वागत भी करवा रहे है. एक तस्वीर में नरेगा मेट को कांग्रेस का संदेश पत्र भी दिया जा रहा है. बहरहाल, कांग्रेस नेता इन आरोपों को दरकिनार करते हुए कह रहे है कि हाथ से हाथ जोड़ो यात्राओं की सफलता से भाजपा बौखला गई है.