दोस्त की बहन से शादी के बाद उड़ाता था उसका मजाक, साले ने गोली मारी, फिर हाथ काटकर ली जान
Jhunjhunu News: राजस्थान के झुंझुनूं के सूरजगढ़ थाना इलाके महपालवास गांव में छह मई की रात को गोली मारकर और तलवार से हाथ काटकर की गई अंकित उर्फ अमित जाट की हत्या का पुलिस ने 72 घंटे में ही खुलासा कर दिया है. वहीं मुख्य आरोपी सहित कुल पांच आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है.
Jhunjhunu News: झुंझुनूं के सूरजगढ़ थाना इलाके महपालवास गांव में छह मई की रात को गोली मारकर और तलवार से हाथ काटकर की गई अंकित उर्फ अमित जाट की हत्या का पुलिस ने 72 घंटे में ही खुलासा कर दिया है. वहीं मुख्य आरोपी सहित कुल पांच आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है. सूरजगढ़ थाने में प्रेस वार्ता कर एसपी राजर्षि राज वर्मा ने मामले का खुलासा किया.
उन्होंने बताया कि मृतक अंकित उर्फ अमित जाट का पहले मुख्य आरोपी रिंकू सिंह की चचेरी बहन के साथ अफेयर था. इसके बाद उसने उसे छोड़कर रिंकू सिंह की सगी बहन के साथ शादी कर ली. इस शादी से पहले से ही रिंकू सिंह और मृतक अंकित उर्फ अमित के बीच रंजिश थी क्योंकि एक बार रिंकू सिंह ने अंकित उर्फ अमित को थप्पड़ मारा था, जिसके बाद अंकित उर्फ अमित ने उसकी सगी बहन से शादी करने की धमकी दी और शादी भी कर ली. इसके बाद भी अंकित उर्फ अमित कई बार रिंकू सिंह का मजाक बनाता था, जिसके कारण रिंकू सिंह काफी समय से बदला लेने का मानस बना चुका था.
छह मई की शाम को रिंकू सिंह ने अपने साथियों के साथ अंकित उर्फ अमित की हत्या कर दी. घटना के वक्त रिंकू सिंह समेत सात लोग शामिल थे. जिनमें से बोलेरो चालक मोहित जाट को पुलिस पूर्व में गिरफ्तार कर हत्या में काम ली गई बोलेरो जब्त की चुकी है. वहीं बीती रात को चूरू जिले के मेहरासर गांव में दबिश देकर मुख्य आरोपी कुशलपुरा निवासी मृतक के साले रिंकू सिंह के साथ चिमा का बास निवासी दक्षित जाट, धींगड़िया निवासी सुमित राजपूत तथा चांदू सिंह की ढाणी तन जाखोद निवासी विकास खाती को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है.
क्या कहना है पुलिस का
एसपी ने बताया कि इस मामले में अभी दो नामजद आरोपी फरार है, जिनकी तलाश में टीमें लगाई हुई है. अब तक गिरफ्तार पांच आरोपियों में से दक्षित जाट का आपराधिक रिकॉर्ड भी सामने आया है. पिछले महीने ही 25 जुलाई को दक्षित को पुलिस ने अवैध हथियार के साथ गिरफ्तार किया था. लेकिन वह जमानत पर छूट आया और बाहर आते ही उसने रिंकू सिंह के साथ मिलकर यह वारदात कर डाली.
एसपी ने बताया कि आरोपियों की धरपकड़ के लिए एएसपी फूलचंद मीणा, चिड़ावा डीएसपी विकास धींधवाल तथा छह थानों के एसएचओ के नेतृत्व में 10 टीमें बनाई थी. जिन्होंने करीब 50 से अधिक जगहों पर दबिशें दी. 200 से अधिक लोगों से पूछताछ और 250 से अधिक सीसीटीवी कैमरे खंगाल कर आरोपियों को पकड़ा है. वारदात करने के बाद आरोपी लोहारू गए. जहां पर उन्होंने रेलवे स्टेशन पर रात गुजारी और फिर ग्रुपों में अलग-अलग हो गए. अभी पुलिस हथियार बरामदगी के प्रयास कर रही है.