Jhunjhunu news: नए साल में पशु पालकों को केंद्र सरकार की ओर से तोहफा मिलने वाला है. अब पशुओं के बीमार होने पर उसे अस्पताल तक लाने—ले जाने की जरूरत नहीं होगी. बल्कि एक कॉल पर खुद पशु चिकित्सक पशुओं को चिकित्सा देने के लिए पहुंचेगा. जी, हां यह सुविधा जनवरी माह में शुरू हो जाएगी. झुंझुनूं में इसके लिए केंद्र सरकार ने 13 मोबाइल वैन अलॉट की है.


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आठ मोबाइल वैन पहुंचे झुंझुनूं 
 इनमें से पहले चरण में आठ मोबाइल वैन झुंझुनूं पहुंच चुकी है. बस अब जल्द ही केंद्र सरकार इसके लिए एक टोल फ्री नंबर जारी करने वाली है. वहीं वैन पर पशु चिकित्सक के अलावा अन्य स्टाफ की नियुक्ति के लिए एजेंसी को काम देने वाली है. पशुपालन विभाग के संयुक्त निदेशक डॉ. रामेश्वरसिंह ने बताया कि अब पशु बीमार होने पर उन्हें अस्पताल ले जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी. फोन पर ही पशु चिकित्सक, कंपाउंडर एक वैन लेकर पहुंचेंगे और जांच करने के साथ तुरंत उपचार देंगे.



 पशुओं को गंभीर बीमार होने पर उसे जिला पशु चिकित्सालय या अन्य चिकित्सालय में भेजा जाएगा। केंद्र सरकार की ओर से देश में पशुओं की देखभाल के लिए मोबाइल चिकित्सा सुविधा शुरू की जा रही है. इसके तहत प्रति 1 लाख मवेशियों पर एक मोबाइल पशु चिकित्सा वन उपलब्ध करवाई जा रही है. झुंझुनूं को पहले चरण में 8 पशु चिकित्सा मोबाइल वैन मिली है. 



इनमें एक पशु चिकित्सक, एक पशुधन सहायक एवं वैन चालक को नियुक्त करने के साथ सरकार की ओर से दी जाने वाली पशु चिकित्सा की सभी दवाइयां भी उपलब्ध रहेगी. डॉ. रामेश्वरसिंह ने बताया कि इनकी मॉनिटरिंग पशुपालन विभाग के संयुक्त निदेशक कार्यालय द्वारा की जाएगी.


सुबह 9 बजे से 6 बजे तक करेगी काम


 जिले में मोबाइल वैन की सेवा शुरू होने से पशुपालकों को घर में ही पशुओं के बीमार होने पर उनके इलाज के लिए सुविधा उपलब्ध होगी. वह एक कॉल कर पशुओं के इलाज के लिए मोबाइल वैन को सूचना कर पशुओं का इलाज करवा सकेंगे. पशु चिकित्सा मोबाइल वैन की सेवा सुबह 9 बजे से 6 बजे तक काम करेगी. हर मोबाइल वैन अपने-अपने क्षेत्र में पशुपालक के द्वार पर जाकर मवेशियों की जांच का उपचार करेगी .


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