Pilani News: झुंझुनूं के चिड़ावा चेयरमैन सुमित्रा सैनी और विधायक जेपी चंदेलिया के बीच चल रहा कोल्ड वॉर अब बयानबाजी के साथ शुरू हो गया है. विधायक जेपी चंदेलिया ने चिड़ावा कस्बे की दो सरकारी स्कूलों में आयोजित हुए वार्षिकोत्सव कार्यक्रमों में नाम लिए बगैर चिड़ावा चेयरमैन पर जमकर निशाना साधा. उन्होंने चिड़ावा महोत्सव का नाम लिए बगैर कहा कि पिछले दिनों 10 ​रोज तक जो ड्रामेबाजी और नाच-गाना हुआ है. उससे शहर का विकास नहीं होना चाहिए. हमें शहर के विकास के लिए सोचना होगा. उन्होंने कहा कि स्कूल में राजनीति की बात नहीं होनी चाहिए, लेकिन चूंकि कार्यक्रम में सभी चिड़ावा के लोग बैठे है. 


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साथ ही इसलिए बताना चाहूंगा कि पार्टीबाजी हमेशा चुनावों तक होती है. चुनावों के बाद सरपंच, प्रधान, चेयरमैन और विधायक, चाहे जो जनप्रतिनिधि हो, वो सभी का होता है, लेकिन चिड़ावा शहर में वोट देने वालों के सामने सड़क बनाई जा रही है, ना देने वालों के सामने सड़क छोड़ी जा रही है, जो सही नहीं है. उन्होंने कहा कि वे कभी श्रेय की दौड़ में नहीं गए. यही कारण है कि ​पिछले साल भी उन्होंने चिड़ावा शहर के लिए राज्य सरकार से सड़कें स्वीकृत करवाई थी, तो कोई ढिंढोरा नहीं पिटा, लेकिन इस बार उन्होंने ना केवल 11 सड़क स्वीकृत करवाई है, बल्कि नगरपालिका होने के बावजूद इन सड़कों की एजेंसी को पीडब्लूडी को बनाया गया है, ताकि सभी को पता चल सके कि चिड़ावा शहर में जो सड़कें बनाई जा रही है, वे उनके प्रयासों से सरकार ने स्वीकृत की है.


उन्होंने कहा कि शहर के लोगों की भावनाओं की कद्र करनी चाहिए, ना कि लूट खसौट करनी चाहिए, क्योंकि चिड़ावा शहर अपना है. उन्होंने नाम​ लिए बगैर कहा कि राजनीति में काफी लोग चिड़ावा में है, वो खुद भी और आप सभी भी उनसे जब भी मिले, बातचीत हो, सामने आए तो अपील कीजिए कि कि शहर में राजनीति मत लाइए, जिस विकास के लिए आपको कुर्सी दी गई है, उसी पर ध्यान दीजिए. उन्होंने कहा कि यह दर्द उनके दिल में है. चिड़ावा शहर के लिए, लेकिन चाहे कुछ भी हो, चिड़ावा शहर के विकास में कहीं कोई कमी नहीं रहने दी जाएगी. इन स्कूलों में दिए गए बयानों के बाद चिड़ावा शहर में राजनीति का बाजार गर्म है. आपको बता दें कि पिलानी विधायक जेपी चंदेलिया और चिड़ावा चेयरमैन सुमित्रा सैनी, दोनों ही कांग्रेस पार्टी से है, लेकिन दोनों के बीच कोल्ड वॉर काफी दिनों से चल रहा है, जो अब चंदेलिया के बयान के बाद माहौल को गर्म बना दिया है.


विधायक ने तीसरी बार दिखाई ताकत, चेयरमैन देखती रह गई
आपको बता दें कि विधायक जेपी चंदेलिया और चेयरमैन सुमित्रा सैनी के बीच चल रही कोल्ड वॉर में यह तीसरी बार हुआ है, जब विधायक चंदेलिया ने अपनी ताकत दिखाई है और सुमित्रा सैनी विधायक की ताकत के आगे कुछ नहीं कर सकी. राजनीति गलियारों की चर्चा की मुताबिक नगरपालिका चुनावों में सुमित्रा सैनी ने विधायक से काफी वार्डों में टिकट मांगी और झूठा दिखावटी राजनैतिक पॉवर प्रेशर भी बनाने की कोशिश करी, लेकिन विधायक चंदेलिया ने सिर्फ सुमित्रा सैनी को कांग्रेस का टिकट दिया. सुमित्रा सैनी भी अपनी एक ही टिकट से संतुष्ट होकर अपने प्रत्याशियों को निर्दलीय चुनाव मैदान में उतारा. 


साथ ही उस वक्त भी सुमित्रा सैनी, विधायक के पॉवर के आगे कुछ नहीं कर सकी. इसके बाद जब सहवृत्त सदस्यों के मनोनयन की बात आई तो सुमित्रा सैनी ने काफी प्रयास किए, लेकिन अपने एक भी समर्थक को बतौर सहवृत्त सदस्य मनोनीत नहीं करवा सकी, जबकि विधायक ने सारे के सारे अपने समर्थकों को सहवृत्त सदस्य मनोनीत करवाया. यही नहीं अब तीसरा झटका भी विधायक ने दिया है, जब ईओ जुबेर खान एपीओ हुए. दरअसल चिड़ावा में ये चर्चा चेयरमैन समर्थकों की तरफ से आम थी कि सुमित्रा सैनी ने अपने पॉवर से ईओ को पदस्थापित करवा रखा है, विधायक उसे नहीं हटा सकते, लेकिन विधायक चंदेलिया ने ना केवल ईओ को एपीओ करवाया, बल्कि सुमित्रा सैनी के लाख प्रयास के बाद भी जुबेर खान का एपीओ आदेश कैंसिल नहीं हुआ.


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