Rajasthan News: घर में केवल बुजुर्ग या फिर दिव्यांग व्यक्ति ही है और ऐसा कोई व्यक्ति सक्षम या फिर स्वस्थ नहीं है जो राशन की दुकान पर जाकर राशन लेकर आ सकता है, तो सरकार अब उन्हें होम डिलीवरी की सुविधा देने वाली है. झुंझुनूं में इसके लिए सभी तैयारियां पूरी कर ली गई है और 24 हजार 430 परिवारों को चिह्नित कर अगले महीने से उन्हें घर पर गेहूं पहुंचाने की व्यवस्था कर ली गई है. 


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING


राशन के गेहूं की होम डिलीवरी की होगी व्यवस्था
डीएसओ कपिल झाझड़िया ने बताया कि खाद्य सुरक्षा योजना से जुड़े दिव्यांगों और सीनियर सिटीजन को अब घर बैठे राशन मिलेगा. राशन डीलर घर जाकर राशन उपलब्ध करवाएगा. अगले महीने से यह प्रक्रिया शुरू हो जाएगी. झुंझुनूं में 24 हजार 430 परिवार को इसका लाभ मिलेगा. सरकार ने अपने पहले बजट में इसको लेकर घोषणा की थी. इस योजना के तहत उन परिवारों को घर बैठे राशन, जिसमें गेहूं मिलता है, उसे घर पर ही उपलब्ध करवाएगी. जिनके परिवारों में 18 वर्ष से कम और 60 साल से अधिक आयु के सीनियर सिटीजन या विशेष योग्यजन हैं, उन्हें यह सुविधा मिलेगी. 



राशन डीलर्स को अलग से मिलेगा मानदेय 
झाझड़िया ने बताया कि जिले में वर्तमान में तीनों श्रेणियों में 24 हजार 430 परिवारों को इसका लाभ मिलेगा. इस सुविधा से बुजुर्ग और दिव्यांगों को फायदा मिलेगा. उन्हें ना तो राशन की दुकान पर लाइन में खड़ा होना पड़ेगा, ना ही राशन की दुकान तक आने—जाने के लिए परेशान होना पड़ेगा. गेहूं की डिलीवरी बैग में की जाएगी और इसके लिए राशन डीलर्स को अलग से मानदेय भी मिलेगा. एक उचित मूल्य की दुकान पर तय की गई श्रेणी के राशन कार्ड की संख्या एक से दो है, तो उन्हें 80 रुपए प्रति राशन कार्ड मानदेय मिलेगा. इसी तरह तीन से पांच राशन कार्ड होने पर दो सौ रुपए मानदेय और 6 से 10 राशन कार्ड होने पर 300 रुपए मानदेय मिलेगा. इसी तरह यदि किसी राशन दुकान पर 10 से ज्यादा राशन कार्ड की संख्या है, तो ऐसे डीलर्स को 300 रुपए के साथ 20 रुपए अतिरिक्त मानदेय मिलेगा. 



ये भी पढ़ें- नकली किन्नरों को लेकर फूटा किन्नर समाज का गुस्सा, थाने पहुंच की कार्रवाई की मांग