दूधवा नदी में नहीं रुका अवैध खनन, बजरी माफिया ने JCB से खुदाई कर किए बड़े-बड़े गड्ढे
jhunjhunu News: खेतड़ी उपखंड के दूधवा नदी में अवैध खनन के चलते हरे पेड़ों की कटाई बैखौफ होकर की जा रही है. नदी में खनन को रोकने के लिए लगाई पुलिस की अस्थाई चौकी के बाद भी नदी क्षेत्र में धड़ल्ले से बजरी का अवैध खनन किया जा रहा है.
jhunjhunu, Khetri: झुंझुनूं के खेतड़ी उपखंड के दूधवा नदी में अवैध खनन के चलते हरे पेड़ों की कटाई बैखौफ होकर की जा रही है. नदी में खनन को रोकने के लिए लगाई पुलिस की अस्थाई चौकी के बाद भी नदी क्षेत्र में धड़ल्ले से बजरी का अवैध खनन किया जा रहा है. नदी में बजरी का खनन वह हरे पेड़ों की कटाई बंद करने की मांग को लेकर ग्रामीण कई बार मुद्दा उठा चुके है. लेकिन प्रशासन द्वारा खनन माफियाओं के खिलाफ कोई ठोस कार्रवाई नहीं किए जाने के कारण सरेआम बजरी का खनन किया जा रहा है.
ग्रामीणों ने नदी में खनन को रोकने के लिए मुख्य सचिव उषा शर्मा से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से जनसुनवाई के दौरान भी मुद्दा उठाया था. जिस पर मुख्य सचिव ने स्थानिय प्रशासन को आमजन की समस्याओं को तत्परता से सुनकर उनका तुरंत समाधान करने के निर्देश दिए थे. दूधवा के ग्रामीणों ने बताया कि ग्राम पंचायत दूधवा नांगलिया के पास से गुजर रही दोहान नदी में रोक के बावजूद भी भारी मात्रा में अवैध रूप से बजरी का खनन कर हरे पेड़ों की कटाई की जा रही है. आए दिन हो रही हरे पेड़ों की कटाई व अवैध खनन के कारण प्राकृतिक व पर्यावरण को भारी नुकसान हो रहा है. जिसको लेकर ग्रामीण पूर्व में भी कई बार शिकायत व धरना प्रदर्शन कर चुके हैं. अवैध खनन को रोकने व हरे पेड़ों की कटाई पर लगाम लगाने को लेकर ग्रामीणों द्वारा न्यायालय में जनहित याचिका भी लगाई गई थी.
नदी में खनन माफिया अवैध रूप से हजारों की संख्या में पेड़ों की बलि चढ़ा चुके हैं. नदी में भारी मात्रा में जंगलात के रूप में खड़े पेड़ों की संख्या है. जो खनन माफियाओं द्वारा बजरी निकालने को लेकर नष्ट किए जा रहे हैं. ग्रामीणों द्वारा पूर्व में भूख हड़ताल और धरना प्रदर्शन भी किया गया था. जिस पर जिला कलेक्टर ने तहसीलदार, एसडीएम, माइनिंग विभाग, वन विभाग के द्वारा कमेटी भी बनाई गई थी. जिला कलेक्टर ने ग्रामीणों की मांग पर अवैध खनन व पेड़ों की कटाई पर रोक लगाने को लेकर स्थाई चौकी लगाने के निर्देश दिए थे. लेकिन नदी में अभी तक अवैध खनन जारी है तथा रोजाना सैंकड़ों पेड़ों की बलि चढ़ाई जा रही है.
खनन माफिया दिन रात अपनी मशीनों से बजरी निकाल रहे हैं. लेकिन अभी तक प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा कोई ठोस कार्रवाई नहीं होने की वजह से अवैध खनन का धंधा बेलगाम चल रहा है. ग्रामीण नेतराम ने बताया कि नदी में खनन माफियाओं ने खनन कर सौ फीट तक गहरे गड्ढे कर दिए. नदी क्षेत्र हरियाणा की सीमा पर स्थित होने के कारण खनन माफिया रात को नदी में मशीनें उतारकर धडल्ले से खनन करते है. अवैध खनन को लेकर स्थानीय प्रशासन के अलावा जिला कलेक्टर तक गुहार लगा चुके है. प्रशासन द्वारा प्रभावी कार्यवाही नहीं होने से खनन माफियाओं के हौसले बुलंद हो रहे है तथा भारी मात्रा में पर्यावरण को नुकसान पंहुचाया जा रहा है. इस संबंध में तहसीलदार विवेक कटारिया ने बताया कि ग्रामीणों के द्वारा अवैध खनन की सूचना मिली है. प्रशासन की ओर से जल्द ही प्रभावी कार्यवाही की जाएगी. पूर्व में भी प्रशासन ने कार्यवाही कर अवैध खनन बंद करवा दिया था.