Jhunjhunu News: राजस्थान के झुंझुनूं एसडीएम (SDM) कार्यालय के सहायक प्रशासनिक अधिकारी राजेश बजाड़ द्वारा तत्कालीन एसडीएम सुप्रिया कालेर पर लगाए गए भ्रष्टाचार के आरोप की खबर जी मीडिया पर प्रमुखता के साथ प्रसारित करने के बाद यह मुद्दा लगातार बढ़ता जा रहा है.


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अब इस मामले में परिवहन मंत्री व झुंझुनूं से कांग्रेस विधायक बृजेंद्र ओला को बर्खास्त करने तथा जिला कलेक्टर झुंझुनूं डॉ. खुशाल यादव को भी एपीओ करने की मांग उठी है. आज इस मामले में भाजपा के राष्ट्रीय परिषद सदस्य विश्वंभर पूनियां तथा राजेंद्र भांबू के नेतृत्व में भाजपा नेताओं व कार्यकर्ताओं ने विरोध प्रदर्शन किया. विरोध प्रदर्शन के तहत शहीद स्मारक से लेकर कलेक्ट्रेट तक सैंकड़ों की संख्या में भाजपा कार्यकर्ताओं ने नारेबाजी करते हुए विरोध रैली निका.


इसके बाद कलेक्ट्रेट के बाहर सीएम और परिवहन मंत्री का पुतला फूंका. इस मौके पर विश्वंभर पूनियां ने कहा कि जिस तरह से एक दलित कर्मचारी को प्रताड़ित किया गया और उसने एसडीएम कार्यालय झुंझुनूं में चल रही लूट का राजफाश किया. इसके बाद भी अब तक इस दलित कर्मचारी को प्रताड़ित किया जा रहा है. भाजपा नेताओं ने आरोप लगाया कि झुंझुनूं विधायक एवं परिवहन मंत्री बृजेंद्र ओला और उनकी पत्नी पूर्व जिला प्रमुख डॉ. राजबाला ओला ने पहले तो परिवहन विभाग में ही लूट मचा रखी थी.


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अब इस खुलासे के बाद सच सामने आ गया है कि झुंझुनूं प्रशासन में भी परिवहन मंत्री व उनके परिजनों के साथ-साथ समर्थकों ने जमकर लूट मचा रखी है. उन्होंने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का पुतला फूंका और मांग की कि ऐसे भ्रष्ट मंत्री को तुरंत बर्खास्त किया जाए. साथ इस मामले में जिला कलेक्टर डॉ. खुशाल यादव पर भी कार्रवाई की मांग की.


जिन्होंने मामले की निष्पक्ष जांच करने की बजाय एसडीएम को बचाने का प्रयास किया. वहीं रात को अपने बंगले पर बुलाकर दलित कर्मचारी को डराया, धमकाया और सस्पैंड करने की धमकी देकर जबरदस्ती माफीनामा लिखवाया. इसलिए दलित कर्मचारी को वापिस बहाल किया जाए और कलेक्टर के खिलाफ कार्रवाई करते हुए मंत्री को बर्खास्त किया जाए. इस मौके पर बड़ी संख्या में बीजेपी पदाधिकारी और कार्यकर्ता मौजूद थे.