Jhunjhunu: झुंझुनूं से इस वक्त की बड़ी खबर मिल रही है, झुंझुनूं के चिड़ावा थाना इलाके में पांच दिन पहले 22 जून की रात को एक नाबालिग के अपहरण मामले में पुलिस को आधी अधूरी सफलता हाथ लग गई है. इस मामले में पुलिस ने परिवारजनों से मारपीट करने और नाबालिग का अपहरण करने वाले तीन आरोपियों के अलावा भगौड़ों आरोपियों को शरण व सहयोग देने वाले चार,कुल सात आरोपियों को गिरफ्तार किया है.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

 अभी भी पुलिस ना तो नाबालिग को दस्तयाब कर पाई है और ना ही नाबालिग का अपहरण कर ले जाने वाले मुख्य आरोपी तक पहुंची है. मामले का खुलासा करते हुए एसपी श्याम सिंह ने प्रेस वार्ता में बताया कि घटना का मुख्य आरोपी टीबा बसई हाल श्योपुरा निवासी अंकित स्वामी पीड़िता के घर के सामने रहता था.जिसके चलते उसका पीड़िता के घर तक आना-जाना था. अंकित स्वामी ने पीड़िता को एक मोबाइल भी दे रखा था.


 जिससे वे दोनों चोरी-छुपे बात करते थे. एसपी श्याम सिंह ने बताया कि घटना वाली रात अंकित बदनियती से पीड़िता से मिलने के लिए चोरी छुपे पीड़िता के घर गया हुआ था.परिजनों की जाग होने से वह घर में छुप गया और अपने साथी लाखू निवासी सुनिल यादव को फोन पर सूचना दी. इधर,परिजन अंकित को घर में ढूंढ रहे थे कि इतने ही में सुनिल यादव अपने साथी राजेंद्र तथा माणकराम के साथ आया.


 घरवाले दरवाजे की तरफ भागे


जिसने कैंपर की टक्कर से मकान का दरवाजा तोड़ दिया.जोर से आवाज आने पर घरवाले दरवाजे की तरफ भागे तो पीछे अंकित भी निकल गया.अपने दोस्त के साथ गाड़ी में बैठ गया. अंकित साथ में पीड़िता को भी साथ ले गया.अंकित और उसके साथियों ने परिजनों से मारपीट की. इसके बाद वे भागकर पातुसरी गांव पहुंचे. जहां पर अपने दोस्त अनिश कड़वासरा के घर पर सभी ने रात बिताई.


 सुबह यहां से रवाना होकर वे सीकर पहुंचे. जहां पर रघुनाथपुरा थाना गुढ़ा निवासी राकेश मीणा का पेट्रोल पंप था. जहां से 50 हजार रूपए लिए और सभी अलग-अलग हो गए. अंकित,पीड़िता और माणकराम बस से जोधपुर की तरफ चले गए, तो वहीं, सुनिल, राजेंद्र व अन्य जालौर की तरफ चले गए. सुनिल यादव ने सांचौर में अपने एक जानकार के यहां पर कैंपर गाड़ी खड़ी की और फिर सिरोही के आबू रोड चले गए.


 पुलिस ने आरोपियों को गिरफ्तार करने के लिए सीकर, कुचामन, ब्यावर, पाली और सिरोही आदि जगहों पर दबिश दी.अंत में आबू रोड पर बीरबलराम विश्नोई के यहां पर तीनों आरोपी सुनिल यादव निवासी लाखू,राजेंद्र विश्नोई बज्जू बीकानेर तथा सुनिल विश्नोई धोरीमन्ना बाड़मेर को गिरफ्तार किया.


 इस मामले में पातुसरी में शरण देने वाले अनिश कड़वासरा, 50 हजार रूपए देने वाले राकेश मीणा, पीड़िता को दिए गए मोबाइल के लिए सिम उपलब्ध करवाने पर दीपक सैनी अड़ूकिया स्कूल के सामने चिड़ावा तथा आबू रोड में आरोपियों को शरण देने वाले बीरबलराम विश्नोई गांव अरनाय, थाना करड़ा जालौर को गिरफ्तार किया है.


शादी करने की कोशिश,पर लड़की थी नाबालिग


एसपी श्याम सिंह ने बताया कि पीड़िता के साथ शादी करने के लिए अंकित स्वामी एक गाजियाबाद के वकील के भी संपर्क था. पुलिस जांच में यह सामने आया है. लेकिन पीड़िता के नाबालिग होने के कारण अंकित पीड़िता के साथ शादी नहीं कर पाया.


सीकर के बाद से पीड़िता का अता-पता नहीं


एसपी श्याम सिंह ने बताया कि पहले दिन रात को श्योपुरा में वारदात होने के बाद सभी आरोपी पीड़िता को लेकर सीकर तक साथ-साथ थे. लेकिन इसके बाद अंकित, पीड़िता और एक माणकराम नाम का व्यक्ति सीकर से जोधपुर के लिए बस में बैठे थे. इसके बाद से तीनों का उनके साथियों को नहीं पता.


चार टीमें दे रही हैं दबिशें,तीन एसएचओ लगाए


एसपी श्याम सिंह ने बताया कि मामले का राजफाश करने,नाबालिग को दस्तयाब करने के लिए पुलिस जरा भी कोताही नहीं बरत रही. पिलानी सीआई रणजीत सेवदा,चिड़ावा सीआई इंद्रप्रकाश यादव,सूरजगढ़ एसएचओ रविंद्र कुमार के अलावा बस स्टैंड चिड़ावा चौकी प्रभारी बलबीर चावला के नेतृत्व में चार टीमें लगाई हुई है. इसके अलावा साइबर सैल भी लगातार मामले को लेकर इनपुट इन टीमों के साथ साझा कर रही है.


ये भी पढ़ें- RPSC Assistant Professor Recruitment 2023: राजस्थान सहायक आचार्य भर्ती का नोटिफिकेशन जारी, आज से आवेदन शुरू