झुंझुनूं के खेतड़ी कस्बे के रामकृष्ण मिशन आश्रम अजीत विवेक संग्रहालय में गुरुवार को स्वामी विवेकानंद की माता मां शारदा देवी का 170वां जन्मोत्सव मनाया गया. कार्यक्रम के मुख्य अतिथि पालिका अध्यक्ष गीता लीलाधर सैनी थी तथा विशिष्ट अतिथि पंचायत समिति प्रधान मनीषा गुर्जर, पार्षद लीलाधर सैनी, पार्वती देवी तथा मुख्य वक्ता बक्शीराम थे. अध्यक्षता मिशन के सचिव स्वामी आत्मानिष्ठानंद महाराज ने की. कार्यक्रम का शुभारंभ शांति मंत्र के साथ मां शारदा के प्रतीक चित्र पर पुष्पांजलि के साथ आरंभ हुआ.

 

कार्यक्रम के दौरान मां शारदा देवी के जन्मोत्सव पर 45 जरूरतमंद महिलाओं को सिलाई मशीन वितरित की गई. कार्यक्रम के मुख्य वक्ता बक्शीराम ने संबोधित करते हुए कहा कि माता शारदा देवी ईश्वर स्वरूपा थी. उनके स्मरण मात्र से ही ईश्वर की प्राप्ति हो जाती है. स्वामी विवेकानंद में ईश्वर के प्रति जो भी भाव उत्पन्न हुए जो, उन्होंने जो शिक्षा प्राप्त की उसमें माता शारदा देवी की अहम भूमिका रही. माता शारदा देवी के जीवन का अध्ययन सभी विद्यार्थियों को करना चाहिए. उनके जीवन पर लिखी गई "सब की मां" पुस्तक को भारत सरकार ने अनुदान दिया है. वह मात्र सात रूपए में पुस्तकालय पर उपलब्ध है.

 

स्वामी आत्मानिष्ठानंद महाराज ने संबोधित करते हुए कहा कि भगवान रामकृष्ण देव ने मां की सेवा से ईश्वर प्राप्ति का मार्ग बताया है. यदि मां शारदा देवी के जीवन से प्रेरणा लेकर यदि विद्यार्थी अपना पथ प्रदर्शित करें. तो वे निश्चित ही अपने जीवन का लक्ष्य प्राप्त कर सकते हैं. क्योंकि स्वामी विवेकानंद ने भी मां शारदा देवी के चरणों की सेवा में अपने भविष्य का निर्माण किया था. उन्होंने बताया कि मां शारदा देवी हमें जाति बंधन से ऊपर उठकर भेदभाव को मिटाने का संदेश भी देती है. उन्होंने कभी किसी को अलग नहीं समझा वह सभी जाति धर्म के बच्चों को उतना ही स्नेह करती थी. जितना स्वामी विवेकानंद को करती थी. इस दौरान रामकृष्ण मिशन आश्रम की ओर से संचालित सात सिलाई केंद्र में प्रशिक्षण प्राप्त कर रही. वहीं 47 महिलाओं को हिंदुस्तान कॉपर लिमिटेड की ओर से सिलाई मशीन वितरित की गई तथा स्कूली बच्चों महिलाओं और कस्बे वासियों ने पंगत प्रसादी पाई.

 

मां शारदा देवी की 170वीं जन्म वार्षिकी के मौके पर मंदिर प्रांगण को विशेष फूलों के शृंगार से सजाया गया तथा सुबह मंगल आरती, हवन, पूजन, प्रवचन तथा शाम को महा आरती की गई. इस मौके पर स्वामी योग युक्तनंद महाराज, स्वामी मुरारीसानंद महाराज, स्वामी मात्रीरूपानंद, महाराज स्वामी प्रशांतनंद महाराज, स्वामी हरिहरानंद महाराज, रमाकांत वर्मा, ईश्वर पांडे, अमित सैनी, राहुल सैनी, मोहम्मद हारुन, राधेश्याम शर्मा, डॉ. राघवेंद्र पाल, संदीप चटर्जी, बाबूलाल सैनी, सुनील सैनी, चेतना पांडे, तरुण खींची, मोहित सैनी, चंद्रमोहन, रोशन, गौरव, होशियारसिंह, उमाशंकर, अभिषेक, कन्हैया, राहुल सहित अन्य मौजूद रहे.

 

Reporter: Sandeep Kedia