Mandawa: बाजरे के साथ किसानों की इन फसल को नुकसान, ये रही मुख्य वजह
कुछ किसानों ने बटाई पर फसल की बुवाई की थी लेकिन बारिश नहीं होने के चलते सब बर्बादी की कगार पर आ गया. बारिश की कमी के चलते गवार की फसल सूख जाने से किसानों ने समय से पहले इन फसलों को काटकर जो कुछ भी मिला उससे संतुष्टि की.
Mandawa: झुंझुनूं के मंडावा क्षेत्र में इस बार बारिश की कमी के चलते फसलों में काफी नुकसान हुआ है. किसानों को फसल की जो उम्मीद थी अगर एक महीने पहले अच्छी बारिश होती तो इस बार बाजरा चवला गवार मोठ की फसल काफी अच्छी होती लेकिन बारिश की बेरुखी के चलते इस बार किसानों के हाथ निराशा ही लगी है. इनकी फसल बुवाई करने में किसानों की जो लागत लगी वह भी निकलना मुश्किल नजर आ रहा है.
कुछ किसानों ने बटाई पर फसल की बुवाई की थी लेकिन बारिश नहीं होने के चलते सब बर्बादी की कगार पर आ गया. बारिश की कमी के चलते चवला मोठ गवार की फसल सूख जाने से किसानों ने समय से पहले इन फसलों को काटकर जो कुछ भी मिला उससे संतुष्टि की. हालांकि खेतों में बाजरा अभी भी खड़ा है लेकिन बारिश की कमी के चलते उनमे दाने नहीं आ रहे हैं. कोरोना काल के बाद इस बार किसानों को अच्छी फसल होने की उम्मीद थी लेकिन बारिश नहीं होने से अब लाभ की उम्मीद खत्म हो रही है.
किसानों का कहना है कि इस बार अच्छी बारिश नहीं होने के चलते किसानों को काफी नुकसान हुआ है तथा बारिश नहीं होने का सबसे अधिक असर दूसरे से खेत बटाई पर लेकर खेती करने वाले किसानों का है. क्षेत्र में मंडावा, खालासी, गोद का बास,कुहाडू, वाहिदपुरा, तेतरा, ढाका का बास, मीठवास किसारी, बहादुरवास, मौजास, हेतमसर सहित आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों में इस बार बादलों के रूठने से किसानों की मुसीबत बढ़ गई है तथा बारिश ना होने के कारण अब सूखे की आशंका बढ़ गई है जिसका असर अब खेती पर भी दिखाई दे रहा है.
Reporter- Sandeep Kedia
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