Surajgarh News : राजस्थान के झुंझुनूं के सूरजगढ़ में एक तरफ सरकार सरकारी अस्पतालों में फ्री जांच के नाम पर वाहवाही लूट रही है, तो दूसरी तरफ अस्पतालों में संसाधन धूल फांक रहे है और सुविधाएं दम तोड़ रही है. बात झुंझुनूं के सूरजगढ़ के सरकारी अस्पताल की कर रहे है. जहां पर पिछले दो महीने से एक्सरे सुविधा बंद पड़ी है.


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कारण है कि एक्सरे टेक्नीशियन का तबादला हो चुका है. जिसके चलते यहां आने वाले दिनों में दो दर्जन से अधिक मरीजों को फ्री जांच की सुविधा भी नहीं मिल रही है और मोटी रकम चुकाकर अस्पताल के बाहर एक्सरे करवाना पड़ रहा है. यही हालत अस्पताल में करीब छह महीने पहले स्थापित सोनोग्राफी मशीन का है.


विधायक सुभाष पूनियां ने अपने कोटे से करीब 17 लाख रूपए खर्च कर अस्पताल में सोनोग्राफी मशीन लगाई. इच्छा थी कि सोनोग्राफी की सुविधा शुरू हो जाएगी. लेकिन विडंबना है कि छह महीने पहले जब सोनोग्राफी सेंटर का फीता काटा गया था. तब से ही इस सेंटर के आगे ताला लगा हुआ है. वजह ये है कि रेडियोलॉजिस्ट नहीं है.


सीएचसी प्रभारी डॉ. हीरेंद्र धनखड़ ने बताया कि एक्सरे सुविधा दो महीने पहले अस्पताल में थी. लेकिन एक्सरे टेक्निशियन संदीप कुमार झुंझुनूं के नवलगढ़ का रहने वाला था. उसने अपना तबादला नवलगढ़ ही करवा लिया. सरकार ने अभी उसकी जगह दूसरा कोई कार्मिक लगाया नहीं है. जिसके कारण अस्पताल में आने वाले रोगियों के एक्सरे नहीं हो पा रहे है। डॉ. हीरेंद्र धनखड़ ने बताया कि सरकार से सोनाग्राफी के लिए भी रेडियोलॉजिस्ट की डिमांड भेजी हुई है। लेकिन रेडियोलॉजिस्ट की कमी के कारण यह सुविधा भी शुरू नहीं हो पा रही है।


कहीं एक नहीं, कहीं पर एक जगह दो-दो
जानकारी में आया है कि सूरजगढ़ में जहां एक्सरे मशीन को ऑपरेट करने के लिए एक भी एक्सरे टेक्निशियन नहीं है. वहीं बुहाना में एक ही जगह दो-दो टेक्निशियन लगे हुए है. जिससे जाहिर होता है कि चिकित्सा विभाग में मिस मैनेजमेंट और राजनैतिक कारणों का खामियाजा आम जनता को भुगतना पड़ रहा है.


रिपोर्टर- संदीप केड़िया
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