Jhunjhunu Chunav Result: झुंझुनूं की इस सीट पर पहली बार खिला कमल, तीन दशक बाद बृजेंद्र ओला ने भी तोड़ा मिथक
Jhunjhunu Chunav Result: राजस्थान में चुनाव परिणाम घोषित हो चुके हैं. वहीं झुंझुनूं की एक सीट पर पहली बार बीजेपी के उम्मीदवार ने जीत हासिल की है.
Jhunjhunu Chunav Result: झुंझुनूं से कांग्रेस प्रत्याशी बृजेंद्र ओला ने लगातार चौथी बार जीत दर्ज की है. साथ ही तीन दशक से चला आ रहा वो मिथक भी तोड़ दिया है. जिसके कारण यह चर्चा रहती है कि परिवहन मंत्री बनने वाले नेता चुनाव नहीं जीतते.
परिवहन मंत्री बृजेंद्र ओला जीते
दरअसल परिवहन मंत्री रहते हुए 1993 में पहली बार डॉ. चंद्रभान और जगमाल यादव चुनाव हार गए थे. जिसके बाद से कोई भी परिवहन मंत्री अपना अगला चुनाव नहीं जीता. बहरहाल, बृजेंद्र ओला ने भाजपा के बबलू चौधरी को एक बड़े अंतर से चुनाव हराया है. वहीं निर्दलीय प्रत्याशी राजेंद्र भांबू ने भी अपनी दमदार भूमिका अदा करते हुए 40 हजार से ज्यादा वोट प्राप्त किए है. बृजेंद्र ओला ने जीत के बात कहा कि वे झुंझुनूं की जनता का आभार जताते है. वहीं जो अधूरे कार्य है. वो पूरा करेंगे.
मंडावा में कांग्रेस की रीटा चौधरी ने जीतीं
वहीं झुंझुनूं के मंडावा में कांग्रेस की रीटा चौधरी ने जीत दर्ज की है. रीटा चौधरी ने झुंझुनूं सांसद और भाजपा प्रत्याशी नरेंद्र कुमार को चुनाव हराया है. जीतने के बाद रीटा चौधरी मतगणना स्थल पहुंची. जहां पर उनके समर्थकों ने रीटा को बधाई दी. इस मौके पर रीटा चौधरी ने कहा कि उन्होंने पांच सालों में जो विकास कार्य मंडावा विधानसभा क्षेत्र में करवाए हैं. उसके चलते जनता ने उन्हें फिर से जीत दिलाई है. यह जीत भी इतनी बड़ी है कि साबित करता है कि मंडावा के लोग उनके नेतृत्व में विकास चाहते है. उन्होंने कहा कि उनकी प्राथमिकताओं में मंडावा के विकास कार्यों को गति देना होगा. साथ ही मंडावा को पहले से परिवार समझा है.
नवलगढ़ विधानसभा में पहली बार खिला कमल का फूल
इसके अलावा झुंझुनूं के नवलगढ़ विधानसभा में 1952 के बाद पहली बार कमल का फूल खिला है. यहां पर भाजपा प्रत्याशी विक्रम जाखल ने सीएम सलाहकार डॉ. राजकुमार शर्मा को चुनाव हराया है. जीत के बाद विक्रम जाखल के समर्थकों में खुशी देखी गई. विक्रम जाखल ने इसे नवलगढ़ की जनता की जीत बताया है. साथ ही कहा है कि नवलगढ़ में भ्रष्टाचार और गुंडाराज को खत्म करेंगे. साथ ही बदराना जोहड़ को बचाने का जो संकल्प चुनाव में लिया था उसे पूरा करेंगे. आपको बता दें कि यहां पर ना केवल भाजपा ने पहली बार जीत दर्ज की है बल्कि भाजपा ने सीएम सलाहकार डॉ. राजकुमार शर्मा के विजयी रथ को भी रोका है. डॉ. राजकुमार शर्मा यहां से लगातार तीन बार से चुनाव जीत रहे थे.
उदयपुरवाटी से कांग्रेस के भगवानाराम सैनी जीते
वहीं झुंझुनूं के उदयपुरवाटी से कांग्रेस के भगवानाराम सैनी ने जीत दर्ज कर ली है. उन्होंने भाजपा के शुभकरण चौधरी को 416 वोटों से चुनाव हराया है. वहीं शिव सेना के राजेंद्र सिंह गुढ़ा चुनावों में तीसरे नंबर पर रहे. उदयपुरवाटी विधानसभा के लिए मतगणना करीब 15 घंटे तक चली. इस दौरान बैलेट पेपर की पुर्नगणना भी हुई. देर रात तक मोतीलाल कॉलेज के बाहर भगवानाराम सैनी तथा शुभकरण चौधरी के समर्थक डटे रहे.
इधर, जीत के बाद भगवानाराम सैनी ने कहा कि पूर्व सीएम अशोक गहलोत की उदयपुरवाटी में हुई सभा के बाद ही उनका माहौल बदला था. पहले उनकी हालत कमजोर थी लेकिन जब उदयपुरवाटी को गोद लेने की बात कही और मुझ पर विश्वास जताया. इसके बाद ही पूरा माहौल बदला तथा जीत मिली है. उन्होंने कहा कि क्षेत्र में पीने के पानी की समस्या है. जिसको दूर करने के अलावा जनता से जो आवाज आएगीवो ही काम प्राथमिकता के आधार पर करवाए जाएंगे.
बता दें कि राजस्थान की जनता ने अपना जनादेश भारतीय जनता पार्टी के पक्ष में दे दिया है और अब राजस्थान की सत्ता में भाजपा को गृह प्रवेश करना है, लेकिन यह जीत भाजपा के लिए एक बड़ी जीत रही.