कोटा रिवर फ्रंट पर लगी गहलोत-धारीवाल की मूर्ति का क्या होगा, मंत्री खर्रा ने दिया ये जवाब
झुंझुनूं के नवलगढ़ से बड़ी खबर है.
Jhunjhunu News: झुंझुनूं के नवलगढ़ से बड़ी खबर है. दो दिन की यात्रा पर झुंझुनूं पहुंचे यूडीएच मंत्री झाबरसिंह खर्रा ने कोटा के चंबल हेरिटेज रिवर फ्रंट के लिए बनाई गई तत्कालीन मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, पूर्व यूडीएच मंत्री शांति धारीवाल व दो अन्य की मूर्तियों के मामले में बड़ा बयान देते हुए इसे नैतिकता का प्रश्न बताया है. झुंझुनूं के नवलगढ़ में पत्रकारों से बातचीत करते हुए यूडीएच मंत्री झाबरसिंह खर्रा ने कहा कि विकास बहुत जरूरी है.
विकास में भ्रष्टाचार और अनियमितता की चर्चा होती है. तो वो गलत है. रही बात मूर्तियों की तो मूर्तियां महापुरूषों की लगती है. जिन्होंने अपना सर्वस्त राष्ट्र को अर्पण किया हो. अब कोटा में बनाई गई मूर्तियां नैतिका का प्रश्न है. जिन लोगों ने मूर्तियां लगवाई. वो खुद सोचे की यह नैतिक है या फिर अनैतिक. वे इससे ज्यादा इस मामले में कुछ नहीं कहना चाहते. इससे पहले झुंझुनूं-सीकर बॉर्डर पर पूर्व विधायक शुभकरण चौधरी तथा भाजपा नेता विश्वंभर पूनियां की अगुवाई में यूडीएच मंत्री का स्वागत किया गया.
इसके बाद यूडीएच मंत्री खर्रा नवलगढ़ के किसान छात्रावास पहुंचे. जहां पर उन्होंने पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह की प्रतिमा को पुष्प अर्पित किए. किसान छात्रावास के पदाधिकारियों द्वारा खर्रा का स्वागत किया गया. आपको बता दें कि खर्रा दो दिन के झुंझुनूं दौरे पर आए है. वे आज बिसाऊ और बगड़ में आयोजित विकसित भारत संकल्प शिविरों का भी जायजा लेंगे. इसके अलावा स्थानीय भाजपा नेताओं के साथ-साथ अधिकारियों से भी जिले की निकाय क्षेत्रों के विकास को लेकर चर्चा करेंगे.
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