15 दिन में 20 गायों की मौत, क्या हिंगौनिया गौशाला बन रही है आबूसर गौशाला ?
Jhunjhunu : राजस्थान में शायद ही कोई हो जिसे हिंगौनिया गौशाला में गायों की मौत के मामले की जानकारी नहीं हो, कि कैसे इस गौशाला में सैंकड़ों गायों की मौत हो गयी थी. अब झुंझुनूं के आबूसर गांव में स्थित गौशाला में गायों में कुपोषण की बात सामने आयी है.
Jhunjhunu : राजस्थान के झुंझुनूं के पास आबूसर गांव की गौशाला में गायें कुपोषण का शिकार हो गई है. जी, हां ये हम नहीं, बल्कि पशुपालन विभाग की मेडिकल टीम कह रही है. दरअसल आबूसर में स्थित गौशाला में पिछले 15 दिनों में 20 गायों की मौत हो चुकी है.
गायों की मौत की सूचना पर प्रशासन में हड़कंप मच गया. सूचना पर पशुपालन विभाग की टीम मौके पर पहुंची और गायों की मेडिकल जांच की. साथ ही मृत गायों का पोस्टमार्टम किया गया. पशुपालन विभाग के संयुक्त निदेशक डॉ. रामेश्वरसिंह के नेतृत्व में गई टीम का कहना है कि गायों की मौत कुपोषण के कारण हुई है.
जांच रिपोर्ट आने के बाद गोशाला संचालकों को गायों को खुले में छोड़ने की सलाह दी गयी है ताकि उन्हें घास खाने को मिले और इससे पोषण की पूर्ति होगी. आपको बता दें कि पिछले 15 दिनों से गौशाला में लगातार गायों की मौत हो रही थी. इसकी वजह गायों की उचित देखभाल नहीं होना था.
गौशाला में गायों को एक चारदीवारी के अंदर कैद किया हुआ है. उन्हें खाने को सिर्फ पराली डाली जाती हैं. जिससे गोवंश को पर्याप्त पोषण नहीं मिल पाया. डॉक्टरों ने 15 दिन पहले भी गायों के मरणासन्न स्थिति में पहुंचने पर गोशाला संचालकों को पराली की जगह तूड़ी खिलाने और खुले में घास चरने के लिए छोड़ने की सलाह दी थी, लेकिन ऐसा नहीं किया.
गौसंचालकों की मनमानी से गौवंश कुपोषण का शिकार होता गया और दम तोड़ने लगा. जब 15 दिन में 20 गायों की मौत का मामला उठा तो पशुपालन विभाग ने गौशाला पहुंचकर जांच की.
रिपोर्टर- संदीप केड़िया
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