Jhunjhunu: जिले के किसानों को डीएपी के संकट के बाद अब यूरिया के संकट का भी सामना करना पड़ रहा है. जिले में करीब 2 लाख 80 हेक्टर में रबी की फसल की बुवाई हुई है. इसके लिए किसानों को 22 हजार मैट्रिक टन यूरिया की आवश्यकता होगी. यूरिया खाद नहीं मिलने के कारण किसान दर-दर भटक रहे हैं. सोमवार को सप्ताह भर बाद झुंझुनू की क्रय विक्रय सहकारी समिति पर खाद का वितरण शुरू हुआ. सुबह से ही केंद्र पर किसानों की लंबी लाइनें लग गईं.


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व्यवस्था को लेकर पुलिस का जाप्ता भी तैनात किया गया. किसानों ने बताया कि डीएपी संकट के बाद अब यूरिया संकट से जूझ रहे हैं आवश्यकता के अनुरूप यूरिया खाद नही मिल रही हैं .क्रय विक्रय सहकारी समिति के महाप्रबंधक धर्मेंद्र रेप्सवाल ने बताया कि समिति में यूरिया के 1460 कट्‌टे आए हैं. इनके वितरण के लिए पुलिस प्रशासन का सहयोग लिया जा रहा है.


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बिना भेदभाव के आधार कार्ड देखकर यूरिया के कट्‌टे दिए जा रहे हैं. इफको, कृभको और विभाग को किसानों की मांग के अनुरूप 10 हजार कट्‌टों की डिमांड भेजी हुई है. इनमें 6 हजार कट्‌टे दिसंबर माह के लिए और 4 हजार कट्‌टे जनवरी माह के लिए डिमांड भेजी हुई है. जिले के ग्राम सेवा सहकारी समितियों के जरिए भी यूरिया के कट्‌टे वितरित करवा रहे हैं. आने वाले दिनों में जिले में यूरिया की किल्लत नहीं रहेगी.


Reporter- Sandeep Kedia


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