Luni: जोधपुर के लूणी जंक्शन रेलवे स्टेशन पर कोरोना काल के बाद रेलवे द्वारा 16 ट्रेनों का ठहराव हटाने को लेकर ग्रामीणों में भारी रोष व्याप्त है. ग्रामीणों के अनुसार कोरोना काल तो पूरी तरह से खत्म हो गया है, जन सामान्य की दैनिक जिंदगी पटरी पर आ गई मगर लूणी स्टेशन से मिलने वाली यात्री सुविधा पूरी तरह प्रभावित हो रही है. कोरोना काल से पहले रुकने वाली ट्रेनों का ठहराव आज तक न होने से ग्रामीणों में स्थानीय जनप्रशासन के प्रति रोष व्याप्त है.


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जोधपुर सांसद और केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत सहित तमाम अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों को ट्रेनों के ठहराव के लेकर क्षेत्रीय प्रतिनिधियों द्वारा बार-बार ज्ञापन सौंपने और आश्वासन के अतिरिक्त कुछ भी नहीं मिला है. यहां तक की कस्बे के प्रतिनिधि मंडल ने दिल्ली में रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव से मुलाकात कर क्षेत्र की महत्वपूर्ण समस्या से भी अवगत करवाया जा चुका है, जहां रेलवे की सुविधाए यात्रीयो को नहीं मिला रही है, जिससे राजस्व को भी नुकसान हो रहा है, वहीं स्थानीय वेंडरो को भी काफी नुकसान उठाना पड़ा रहा है. रोजमर्रा की ट्रेनों के ठहराव नहीं होने से उन पर भी रोजी रोटी का संकट खड़ा हो गया है.


गौरतलब है कि लूणी रेलवे स्टेशन पर कोरोना काल से पहले 16 महत्वपूर्ण ट्रेनों का ठहराव था, जिसे हटा दिया गया है उनमें से ऋषिकेश-बाड़मेर जैसे धार्मिक आस्था से जुड़ी मृत्यु उपरांत अस्थियां विसर्जन हेतु अतिवाश्यक ट्रेन है,जो पूरे विधानसभा क्षेत्र में लूणी सहित किसी भी जगह पर ठहराव नहीं है, जैसे ट्रेन सहित जम्मूतवी-अहमदाबाद, जोधपुर-गांधीधाम, रानीखेत सहित कई लंबी दूरी की अति महत्वपूर्ण ट्रेनों का ठहराव हटा दिया गया. महत्वपूर्ण ट्रेनों के ठहराव के अभाव को लेकर स्थानीय सरपंच प्रतिनिधि भानाराम विश्नोई ने स्थानीय सांसद और जल शक्तिमंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत से चुनावी वादों पर खरा न उतरने पर विरोध जताया है.


लूणी में ट्रेनों के ठहराव का मुद्दा अब चुनावी बनकर रह गया है यह इसलिए क्योंकि जब भी चुनाव आते है, तो सांसद शेखावत द्वारा ट्रेनों के ठहराव के लुभावने वादे जनता से किए जाते है और चुनाव समाप्त के बाद वादे हवा हवाई देखने को मिल रहे हैं. जल शक्ति मंत्री शेखावत की अनुसंशा पर अभी तक एक भी ट्रेन का ठहराव का फायदा स्थानीय जनता को नहीं मिल पाया है. फिर भी ग्रामीण बार-बार उनको ज्ञापन सौंपकर ट्रेनों के अति शीघ्र ठहराव की मांग कर रहे हैं और मंत्री आश्वासन दिए जा रहे है, जिससे ग्रामीणों में रोष भी व्याप्त है. फिलहाल तहसील और उपखंड मुख्यालय और लूणी जंक्शन स्टेशन होने के नाते रेलवे स्टेशन पर ट्रेनों के ठहराव की अति शीघ्र आवश्यक है.


Reporter: Arun Harsh