Anju News: अंजू की प्रेम कहानी चर्चा में है. प्रेम करना और शादी करना सिक्के के दो अलग पहलू हैं, कहते हैं शादी के बाद ही प्रेम कि असली अग्नि परीक्षा शुरू होती है.पिछले दिनों सबसे ज्यादा चर्चा में रही दो प्रेम कहानी,जिसमें भारत और पाकिस्तान में नई बहस छेड़ दी. एक है सीमा जिसने पाकिस्तान की सीमा पार आकर अपने सोशल मीडिया गेम पर मिले प्रेमी के पास पहुंच गई. 


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वहीं, उसके कुछ दिन बाद भारत के अलवर निवासी अंजू जो अपने पाकिस्तान के फेसबुक मित्र के लिए भारत छोड़ पाकिस्तान पहुंच गई. प्रेम परवान ऐसे चढ़ा की अंजू अपने पति और दो बच्चों को पीछे छोड़ दिया और पाकिस्तान अपने प्रेमी के पास मिलने पहुंची.


कहते हैं, प्रेम और जंग में सब जायज है, लेकिन अब एक सवाल जरूर उठता है कि अंजू के धर्म परिवर्तन और शादी रचाने के बाद क्या उसका जीवन भारत कि आजाद आबो हवा में जैसा था, वैसा पाकिस्तान में रह पाएगा ? क्या भारत में महिलाओं को मिलने वाली सुरक्षा और आजादी पाकिस्तान में भी है.आजादी विचारो की, आजादी बेफिक्र होकर घर से बाहर घूमने की,आजादी शिक्षा की और आजादी कपड़े पहनने की.


 इन सवालों का जवाब आपके या हमारे पास ना हो पर कुछ लोग है जिन्होंने यह जीवन जिया और पाकिस्तान में हो रहे अत्याचार और शोषण को सहा है वे इन सवालों के जवाब को बखूबी दे सकते है, 


हम बात कर रहे है पाक विस्थापितों की जोधपुर के गंगाणा क्षेत्र में रह रहे 1500 से ज्यादा परिवार पाकिस्तान के अत्याचारों का शिकार है, और पाकिस्तान से अपनी जान बचा कर बॉर्डर पार हिंदुस्तान पहुंचे है. 15000 से अधिक आबादी वाले इस पाक विस्थापितों को बस्ती में आधे आबादी महिलाओं कि है.जब पाकिस्तान में जीवन यापन और महिलाओं के जीवन के बारे में उनसे बात की तो कहानी दर्दनाक और विस्मित करने वाली निकली.


अगर अंजू इनकी कहानी पहले सुन लेती तो शायद कभी पाकिस्तान कि तरफ देखती भी नहीं, लेकिन अब पाकिस्तान से आए रहे वीडियो और मीडिया रिपोर्टिंग के मार्फत बात करे तो अंजू ने अपना धर्म परिवर्तन कर अपना नाम फातिमा रख लिया साथ ही शादी भी कर ली. हाल ही में सोशल मीडिया में विरल वीडियो के अनुसार पाकिस्तान में अंजू उर्फ फातिमा का कलेवा भी हो गया है.


 पाकिस्तान से भाग कर आई इन महिलाओं ने बताया कि  हमें पाकिस्तान घरों से बाहर भी नहीं निकलने दिया जाता थायहां तक कि कोई युवती घर से अकेले बाहर निकाल जाती थी तो उन्हें उठा लिया जाता और कई बार तो उनका धर्मांतरण कर दिया जाता था  मेरे ही परिवार के कई लड़कियां वहां के पाकिस्तान के मौलवियों के द्वारा उठाए जाने के बाद उनका कोई सुराग नहीं मिला, 


बाहर घूमने फिरने कि आजादी तो दूर की कौड़ी है हमें तो पढ़ाई करने स्कूल भी जाना दूभर हो गया था, एक उम्र के बाद परिवार वाले स्कूल नहीं भेजते की कहीं कोई उठा ना ले जाए. जहां तक अंजू की बात है शायद अभी उसे सब हसीन सपने जैसा लगे लेकिन जल्द ही वहां की सच्चाई उसके सामने आ जाएगी.जब हम वहां पैदा हुई बेटियां ही वह सुरक्षित नहीं रह पाई तो अंजू कहा सुरक्षित रह पाएगी. 


हम तो लगता है अंजू जल्द ही उल्टे पनव भारत की तरफ दौड़ लगायेगी.वहीं, इनके नेता भागचंद भील ने अपने पाकिस्तान के अनुभव साझा करते हुए कहा कि अभी तो अंजू को 4 दिन सुनहरे सपने दिखेंगे कश्मीर की हसीन वादियों में आनंद आएगा लेकिन जहां वह गई है पाकिस्तान का खबर पक्तून क्षेत्र वहां पर जब उसे 20 किलो का बुर्का पहनने पड़ेगा और सरिया कानून की पालना करनी पड़ेगी तब उसे भारत की याद आएगी.


बहरहाल दोनों ही मामले प्रेम प्रसंग से जुड़े हुए हैं और इनके प्रेम प्रसंग के आगे भारत पाकिस्तान के बिगड़े हुए रिश्ते भी बीच में रोड़ा तो नहीं बन पाए,लेकिन एक लंबी बहस देश में इस प्रेम कहानी को लेकर छिड़ गई है.


अब देखने वाली बात यह है कि पाकिस्तान के इस माहौल में क्या अंजू अपने प्रेम को परवान पर चढ़ा पाएगी. या यूं कहे की वह हो अपना जीवन अमन चैन के साथ पाकिस्तान में रहकर अपने प्रेमी के साथ गुजर बसर कर सकेगी यह सवाल हर किसी के दिलो-दिमाग में बना हुआ है.


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