बिलाड़ा: हर ग्राम पंचायत स्तर पर खेल मैदान बनाने की मंशा, ड्रोन से होगा गांव का प्रॉपर्टी आंकलन
योजना के तहत, ड्रोन का इस्तेमाल करके सभी ग्रामीण इलाकों का सर्वे किया जाएगा. इसके साथ हर गांव के लिए GIS बेस्ड मैप्स को तैयार किया जाएगा. स्वामित्व योजना गांव के लोगों को बहुत बड़ी ताकत देगी. देश के गांवों को, गांवों की प्रॉपर्टी को, ज़मीन और घर से जुड़े रिकॉर्ड्स को अनिश्चितता और अविश्वास से निकालना बहुत जरूरी है.
Bilara: जोधपुर जिले के बिलाड़ा उपखंड के ग्राम पंचायत तिलवासनी और जसवंतपुरा ग्राम पंचायत में खेल योजना और स्वामित्व योजना को लेकर कार्यशाला का आयोजन किया गया. साथ ही प्रशासनिक अधिकारियों की मौजूदगी में गांव में ड्रोन सर्वे की शुरुआत की गई.
कार्यशाला में स्वामित्व योजना की जानकारी देते जिला कलेक्टर हिमांशु गुप्ता ने कहा कि शहरों की तर्ज पर अब पंचायत मुख्यालय पर हेलो योजना के तहत स्टेडियम बना जाएगा. स्टेडियम बनने पर ग्रामीण क्षेत्रों की प्रतिभाओं को आगे बढ़ने का मौका मिलेगा, इसलिए आप जनप्रतिनिधि इस योजना का पूरा लाभ उठाए इसके लिए आप शीघ्र ही प्रस्ताव बनाकर भेजें और पंचायत मुख्यालय पर खेल मैदान का निर्माण करें उन्होंने कहा कि स्वामित्व योजना केंद्रीय स्कीम है, जिसका मकसद गांवों में रहने वाले लोगों को उनके घरों के अधिकार का रिकॉर्ड और प्रॉपर्टी के मालिकों को प्रॉपर्टी कार्ड जारी करना है.
सभी ग्रामीण इलाकों का सर्वे किया जाएगा
योजना के तहत, ड्रोन का इस्तेमाल करके सभी ग्रामीण इलाकों का सर्वे किया जाएगा. इसके साथ हर गांव के लिए GIS बेस्ड मैप्स को तैयार किया जाएगा. स्वामित्व योजना गांव के लोगों को बहुत बड़ी ताकत देगी. देश के गांवों को, गांवों की प्रॉपर्टी को, ज़मीन और घर से जुड़े रिकॉर्ड्स को अनिश्चितता और अविश्वास से निकालना बहुत जरूरी है. इसलिए पीएम स्वामित्व योजना, गांव के हमारे भाइयों और बहनों की बहुत बड़ी ताकत बनने जा रही है. स्वामित्व योजना, सिर्फ कानूनी दस्तावेज देने की योजना नहीं है, बल्कि ये आधुनिक टेक्नॉलॉजी से देश के गांवों में विकास और विश्वास का नया मंत्र भी है. ये जो गांव-मोहल्ले में ड्रोन उड़ रहा है, वो भारत के गांवों को नई उड़ान देने वाला है. गांवों के नागरिकों को आबादी की जमीन के मालिकाना हक के कागज सौंपेंगे.
क्या बोले मुख्य कार्यकारी अधिकारी अभिषेक सुराना
जिला परिषद जोधपुर से आए मुख्य कार्यकारी अधिकारी अभिषेक सुराना ने कहा कि लोग डिजि-लॉकर के माध्यम से अपने मोबाइल पर अपना प्रॉपर्टी कार्ड डाउनलोड भी कर सकते हैं. स्वामित्व योजना सिर्फ कानूनी दस्तावेज देने की योजनाभर नहीं है, बल्कि ये आधुनिक टेक्नॉलॉजी से देश के गांवों में विकास और विश्वास का नया मंत्र भी है. इस योजना के माध्यम से भू मालिकों को स्वामित्व योजना के तहत सम्पति कार्ड वितरित करने की घोषणा की है. इस योजना के अंतर्गत देश के लगभग एक लाख प्रॉपटी धारकों के मोबाइल फ़ोन पर एसएमएस के माध्यम से एक लिंक भेजा जाएगा, जिसके माध्यम से देश के प्रॉपटी धारक अपना प्रॉपटी कार्ड डाउनलोड कर सकते है. इसके बाद संबंधित राज्य सरकारें संपत्ति कार्ड का फिजिकल वितरण करेंगी.
ग्रामीणों की जमीनों का रिकॉर्ड भी तैयार कर रही
गांव के लोगों को इस योजना के माध्यम से अब बैंक से लोन मिलने में भी आसानी होगी. स्वामित्व योजना एक वरदान साबित हो रही है.यह योजना उन ग्रामीणों को उनकी जमीन का मालिकाना हक दिला रही है. जिनका सरकारी आंकड़ों में कोई रिकॉर्ड दर्ज नहीं है. दरअसल, भारत के अलग-अलग राज्यों के ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाले कई लोगों के पास उनकी जमीन के मालिकाना हक से जुड़े कोई जरूरी दस्तावेज नहीं हैं. ऐसे में प्रधानमंत्री स्वामित्व योजना उन ग्रामीणों को उनकी जमीन का मालिकाना हक तय कर रही है. इतना ही नहीं, केंद्र सरकार इस योजना के जरिए ग्रामीणों की जमीनों का रिकॉर्ड भी तैयार कर रही है.
प्रॉपर्टी कार्ड के लिए आवेदन करने की कोई जरूरत नहीं
प्रधानमंत्री स्वामित्व योजना के अंतर्गत गांवों में रहने वाले लोगों को अपनी जमीन के प्रॉपर्टी कार्ड के लिए आवेदन करने की कोई जरूरत नहीं होगी. सरकार जैसे-जैसे गांवों की मैपिंग और सर्वे का काम पूरा करती जाएगी, वैसे-वैसे गांवों में रहने वाले लोगों को उनका प्रॉपर्टी कार्ड मिलता जाएगा. बताते चलें कि जिन लोगों के पास उनकी जमीन के कागज मौजूद होंगे, वे तुरंत ही उनकी फोटोकॉपी जमा करा सकते हैं. विकास अधिकारी कंवरलाल सोनी ने कहा कि इसके अलावा जिन लोगों के पास जमीन के कोई कागज नहीं हैं. सरकार से उन्हें घरौनी नाम का दस्तावेज बनाकर दिए जाएंगे.
इस अवसर पर सरपंच अनिल विश्नोई ने सभी अतिथियों का स्वागत किया. उपखंड अधिकारी भवानी सिंह चारण. पीपाड़ प्रधान सोनिया चौधरी, शांति जाखड़ प्रधान भोपालगढ़ वाटिका, प्रधान लूणी प्रमिला चौधरी, अध्यक्ष सरपंच संघ, कांग्रेसी नेता परसराम विश्नोई पीपाड़ गांव बिलाड़ा के प्रशासनिक अधिकारी मौजूद रहे.
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