Sardarpura: जोधपुर के दहिजर महिला पुलिस थाने में शुक्रवार को एक अलग ही नजारा नजर आ रहा था. जहां आमतौर पर थाने में फरियादी और लोग अपनी शिकायतें लेकर आते हैं, लेकिन शुक्रवार को थाने के अंदर टेंट सजा हुआ था.


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बैंड बाजा के साथ नाचते और गाते बाराती थे और पुलिस कर्मी के साथ दुल्हन अपने बारात का इंतजार कर रही थी. बाराती जब थाने में पहुंचे तो पुलिस वालों ने उनका स्वागत किया और दूल्हे दुल्हन ने एक दूसरे को माला पहनाई और मंत्रोचार के बीच मंडप पर अग्नि के समक्ष सात फेरे लिए गए. वहीं पुलिसकर्मियों ने कन्यादान किया और आशीर्वाद देकर विदा किया. यह इन दोनों ही जोड़ों का 7 साल बाद पुनर्विवाह था. 


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दरअसल, अरटिया खुर्द और देवतड़ा के दो परिवारों ने वर्ष 2015 में एक दूसरे के घरों में अपनी-अपनी बेटियों की शादी की थी, लेकिन कुछ समय बाद पारिवारिक झगड़ों से दोनों परिवारों के बीच में दूरियां आ गई थी और 1 साल पहले दोनों लड़कियां अपने अपने पीहर लौट आई थी. करीब डेढ़ महीने पहले भोपालगढ़ पुलिस थाने में दहेज प्रताड़ना का केस दर्ज करवा दिया गया था, लेकिन पुलिस की समझाइश और काउंसलिंग में दोनों ही दंपतियों में प्यार नजर आया और बच्चों के भविष्य को देखते हुए फिर से एक साथ रहने का फैसला किया.


सीआई रेणु ठाकुर और थाने की परामर्शदाता संतोष ने जो समजाइश की उसके बाद सीआई रेणु ठाकुर ने थाने से ही विदाई देने का मानस किया था. वहीं दोनों जोड़ों की शुक्रवार को दोबारा शादी के लिए थाने लाया गया, जहां पर दोनों ही पक्षों के करीब 20–20 लोग थाने में पहुंचे. जहां पुलिस कर्मियों ने स्वागत किया. वहीं प्रवेश से पहले थाने के गेट पर बैंड बाजों की धुन पर जमकर नाच गाना हुआ, जिसमें पुलिस कर्मी भी खुद को रोक नहीं पाए और दोनों जोड़ों के बच्चों को लेकर खूब नाचे इससे पहले पुलिस ने दोनों दंपत्ति के बयान भी न्यायालय में वापस करवाए कि वह अब एक दूसरे के साथ रहना चाहते हैं. दोनों ही जोड़ों का पुनर्विवाह करवा दिया पुलिस ने थाने से विदाई की रस्म निभाई.


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