जोधपुर: जिले की पंचायत समिति देचू की ग्राम पंचायत गुमानपुरा के ग्राम विकास अधिकारी भूर चंद गर्ग की ओर से रिश्वत मांगने का ऑडियो वायरल हुआ है. पीएम आवास योजना की किस्त जारी करने के लिए ग्राम विकास अधिकारी एक ग्रामीण से फोन पर खुलेआम घूस मांग रहा है. वहीं, विकास अधिकारी भूर चंद गर्ग अपने ऊपर लगे आरोप को निराधार बता रहा है.


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ऑडियो की बातचीत में साफ नजर आ रहा है कि किस तरह से पीएम आवास योजना की किस्त लेने के लिए ग्राम सेवक ग्रामीण से बातचीत करते वक्त रिश्वत मांग रहा है, हालांकि जी मीडिया वायरल ऑडियो की पुष्टि नहीं करता है. जब इस वायरल ऑडियो के बारे में संबंधित अधिकारियों से बातचीत की गई तो उन्होंने जांच करवाने की बात कह कर अपना पल्ला झाड़ लिया. आइए अब आपको वायरल ऑडियो में ग्राम विकास अधिकारी और ग्रामीण के बीच हुई बातचीत का कुछ अंश आपको बताते हैं.  


भागीरथ ने ग्राम विकास अधिकारी को फोन कर नमस्कार किया, जिस पर विकास अधिकारी चंद गर्ग ने भी अभिवानद कर नमस्कार किया.


भागीरथ- मैं मांगीलाल का बेटा भागीरथ बोल रहा हूं, मेरा फोटो खिंचवाना है..


ग्राम विकास अधिकारी- ईमित्र या स्टूडियो पर जाकर फोटो खिंचवा लो


भागीरथ- मेरा नहीं खिंचवाना है आवास वाले मकान का खिंचवाना है


ग्राम सेवक- हां ऐसे बोलो मैंने सोचा आपका फोटो खिंचवाना है


भागीरथ - भैरू सिंह को बोलो कि फोटो खींचे


ग्राम विकास अधिकारी--- हां
भागीरथ- आपका मन रख लेंगे


ग्राम ग्राम विकास अधिकारी- क्या बात कर रहे हो


भागीरथ--- आपका मन रख लेंगे
ग्राम विकास अधिकारी- तो आप भैरू सिंह को मत कहो मैं खुद आ जाऊंगा


भागीरथ-- तो आप आओ तो फोटो खींच कर ले जाओ, आपका अच्छी तरीके से मन रख लेंगे,जब भैरू सिंह फोटो खींचने आए तब मैंने उनको मोटरसाइकिल तेल वाले भी दिए उनका भी हक नहीं रखा


ग्राम विकास अधिकारी- नहीं तो


भागीरथ- भैरू सिंह दो बार आए और दो बार भी मोटरसाइकिल तेल के लिए दिए


ग्राम विकास अधिकारी- कितने दिए


भागीरथ- जो देने थे वह दे दिए, लेकिन उन्होंने घोटाला कर दिया. मैंने सोचा उनको राजी रखें जो दोबारा आ कर फोटो खींच लेंगे वह तो वापस आए नहीं और काम बढ़ाने लग गए


ग्राम विकास अधिकारी-- कितने दिए भागीरथ मैंने ज्यादा नहीं दिए 500 रुपये तक दिए थे


ग्राम विकास अधिकारी- 500 रुपये में कौन आएगा


 


भागीरथ--- हजार रुपए तो खूब है दो बार दिए थे


ग्राम विकास अधिकारी- अरे भागीरथ हम मकान का फोटो खींचते हैं तो 10000 रुपये लेते हैं


भागीरथ- आप चिंता मत करो आपको कर देंगे, आप टेंशन मत करो आप फोटो खींच लो और किस्त तो दे दो जिससे मैं कारीगर के पैसे दे दूं बाकी कुछ नहीं है आगे वाला काम शुरू नहीं कर रहा है


ग्राम विकास अधिकारी- 10000 रुपये में से 5000 तो हमें आगे देने पड़ते हैं, हमारे पास सिर्फ 5000 बचते हैं


भागीरथ- अच्छा


ग्राम विकास अधिकारी-  ठीक है ना हमें आप ऐसा करना


भागीरथ-- हां


ग्राम विकास अधिकारी-आप 10000 रुपये देना मत


भागीरथ- हां


ग्राम विकास अधिकारी- भैरू सिंह आए तो ठीक है मैंने भैरू सिंह को फोन कर दिया है या तो आज आ जाएगा या फिर कल


भागीरथ- हां


ग्राम विकास अधिकारी- अगर नहीं आता है तो मैं खुद आकर सोमवार को फोटो खींच लूंगा


भागीरथ- हां ठीक है


ग्राम विकास अधिकारी - भैरू सिंह को कुछ देना मत


भागीरथ- हां ठीक है


ग्राम विकास अधिकारी- भैरू सिंह को दे दोगे तो आगे मुझे जेब से देना पड़ेगा


भागीरथ नहीं- भैरू सिंह को कुछ भी नहीं दूंगा मैं आपको बुलवा दूंगा फोन करके बोलूंगा कि आप आ जाओ अगर फोटो खींचकर ले गए तो मैं आपको घर पर बुला लूंगा


ग्राम विकास अधिकारी- मैं भैरू सिंह को भेज दूंगा


भागीरथ- ठीक


ग्राम विकास अधिकारी- भैरू सिंह नहीं आता है तो सोमवार को मैं खुद आ जाऊंगा मांगीलाल जी कहां पर है


भगीरथ--- घर पर ठीक है तो.


ऑडियो वायरल होने के बाद जब ज़ी मीडिया के द्वारा ग्राम विकास अधिकारी भूर चंद गर्ग से बातचीत की तो उन्होंने बताया कि ऐसा कुछ मैटर नहीं है. यह 2 महीने पूर्व की घटना है वार्ड पंच तुलसाराम को लेकर कल शनिवार को नरेगा कार्य को लेकर बहसबाजी हुई थी. नमो है आपके गुमानपुरा गांव को और ऑडियो वायरल हुआ है तो मैं जांच करता हूं. देचू विकास अधिकारी पूनमचंद विश्नोई से बातचीत हुई तो कहा कि उन्होंने कहा कि मेरे संज्ञान में ऐसा कुछ भी मामला नहीं आया है. अगर ऐसा है तो उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी.


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