बारिश नहीं होने से खरीफ की फसल पर लगे ब्रेक, किसानों की बढ़ी चिंता
जोधपुर के लोहावट उपखंड क्षेत्र के किसान इस बार बारिश नहीं होने व तेज लू एवं गर्मी के चलते खरीफ की फसल नहीं बो पा रहें हैं. क्षेत्र के किसानों ने बताया कि मई माह की शुरुआत में ही कपास (कॉटन) की फसल की बुवाई शुरू कर दी जाती है.
Jodhpur: जोधपुर के लोहावट उपखंड क्षेत्र के किसान इस बार बारिश नहीं होने व तेज लू एवं गर्मी के चलते खरीफ की फसल नहीं बो पा रहें हैं. क्षेत्र के किसानों ने बताया कि मई माह की शुरुआत में ही कपास (कॉटन) की फसल की बुवाई शुरू कर दी जाती है. लेकिन इस बार सीजन की पहली बारिश नहीं होने व तेज लू भरी हवा ने कपास बोने पर ब्रेक लगा दिए हैं. क्षेत्र के अधिकांश खेतों में जुताई कर खेत तैयार कर दिए हैं लेकिन जमीन तैयार कर रहें किसानों ने बताया कि मई माह के आखिरी सप्ताह में उन्हें मजबूरन कपास बोना पड़ रहा हैं जबकि जून माह की 10- 15 तारीख से मूंगफली की बुवाई शुरू कर दी हैं. एक तरफ मौसम की मार व दूसरी तरफ बिजली की कमी ने भी किसानों के चेहरे पर चिंता बढ़ा दी हैं.
किसानों ने बताया कि अभी पांच घंटे बिजली आपूर्ति की जा रही है, वो भी अनियमित रूप से दिए जाने से खेती करने की प्रक्रिया अटक रही हैं, जबकि सरकार रोजाना साढ़े छह घंटे बिजली निर्बाध देने का विधान है, पर बार- बार ट्रिपिंग से भी किसान परेशान हैं. आकम वोल्टेज कम आने से आए दिन मोटर पंप जलने की शिकायतें रहती हैं. शिवनगर मतोड़ा क्षेत्र की सारणों की ढाणी के किसान कानाराम सारण आदि ने बताया कि वो चैत्र के माह में ग्वार की फसल बोते हैं, जो जून के महीने में पककर तैयार हो जाएगी फिर इसी जमीन में सावनी साख की बुवाई कर दी जाएगी. ग्वार से जमीन का उपजाऊपन बढ़ता हैं और एक साल में उसी जमीन पर तीन फसल उपजाने में आसानी रहती हैं. किसान बीजाराम, शिवलाल, रामदीन, ओगडराम आदि ने बताया कि सप्ताह भर में बारिश हो जाएगी तो मूंगफली की फसल समय पर बोयी जा सकती हैं, साथ ही जमीन में नमी व तापमान कम होने से अंकुरित होकर अधिकांश बीज जमीन से सुरक्षित बाहर निकल जाएगा लेकिन अब किसान इंद्रदेव के भरोसे खेती का दायरा बढ़ाएंगे.
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