Sardarpura: उत्तर-पश्चिम रेलवे का जोधपुर मंडल रेलमंत्री अश्विनी वैष्णव की ई-नीलामी की घोषणा को अमल में लाने वाला जोन का पहला मंडल बन गया है, जिसने गुरुवार को पहली बार ई-नीलामी खोली. इसके साथ ही रेलवे की बरसों पुरानी टेंडर नीलामी समाप्त हो गई. महाप्रबंधक विजय शर्मा ने इस उपलब्धि के लिए जोधपुर मंडल को बधाई दी.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

यह भी पढ़ें- वसुंधरा राजे उदयपुर दौरे के बाद पहुंची जोधपुर, लोगों ने जिंदाबाद के लगाए नारे


मंडल रेल प्रबंधक गीतिका पांडेय ने बताया कि टेंडर प्रक्रिया में पारदर्शिता लाने और उसे बोली दाताओं के लिए और अधिक सुगम बनाने के उद्देश्य से रेलवे में लागू की गई ई-नीलामी प्रक्रिया जोधपुर मंडल पर प्रारंभ कर दी गई है और निकट भविष्य में इसी के माध्यम से सामानों की नीलामी होगी. उन्होंने बताया कि जोधपुर मंडल के चार स्टेशनों कुचामन सिटी, रानीवाड़ा, गोटन और बासनी स्टेशनों पर विज्ञापन के लिए गुरुवार को पहली बार ई-नीलामी खोली गई.


उन्होंने बताया कि इन छोटे स्टेशनों को रेलवे ने अतिरिक्त आय अर्जित करने के लिए पहली बार चिह्नित किया है और इससे रेलवे को 1.91 लाख यानी तीन वर्षों तक की नीलामी से 5.73 लाख रुपए का अतिरिक्त राजस्व मिलेगा. डीआरएम ने बताया कि उत्तर-पश्चिम रेलवे जोन में पहली बार जोधपुर मंडल में ई-नीलामी खुलने पर महाप्रबंधक विजय शर्मा ने वाणिज्य विभाग के प्रयासों की सराहना करते हुए मंडल को बधाई दी है.


उन्होंने बताया कि ई-नीलामी के प्रथम चरण में वाणिज्यिक आय और नान फेयर रेवेन्यू (गैर किराया राजस्व) संबंधित अनुबंधों को आइआरईपीएस वेबसाइट पर ई- आक्शन प्लेटफार्म के माध्यम से पूरा करने का निर्णय लिया गया है. इस व्यवस्था में प्रतिस्पर्धा बढ़ने के साथ कठिन नियम और शर्तों की अनिवार्यता समाप्त होंगी। प्रक्रिया पूरी होने में बेवजह समय भी नहीं लगेगा. 


ई-नीलामी में भाग लेने वाले व्यक्ति या फर्म की आवश्यक योग्यता उसका वित्तीय टर्न ओवर होगा. बोली में भाग लेने के लिए ई-आक्शन प्लेटफार्म पर पंजीकरण करना होगा. स्वघोषित दस्तावेज गलत पाए जाने पर जमानत राशि जब्त कर ली जाएगी. सभी भुगतान आनलाइन होंगे.


Reporter: Arun Harsh