राजस्थान के इस दूसरे सबसे बड़े शहर में मानसून में सड़क दरिया बन जाती है
जोधपुर की बीजेएस नटीया कॉलोनी, सुल्तान नगर जैसी दर्जनों कॉलोनी में पानी भर जाने से यहां रहने वाले लोगो का रहना दूभर हो जाता हैं. थोड़ी सी बारिश के साथ ही यहां हालात बिगड़ जाते हैं. साल दर साल यहां मानसून आफत लेकर आता है.
Jodhpur : प्रदेश के दूसरे सबसे बड़े शहर जोधपुर में ड्रेनेज की व्यवस्था के कोई पुख्ता इंतजाम नही हैं. जोधपुर-जयपुर नेशनल हाइवे पर बनाड़ इलाके के हालात ये हैं कि यह पूरी सड़क बारिश होते ही नदी का रूप ले लेती हैं. यह समस्या पिछले कई सालों से जस की तस बनी हुई हैं. नगर निगम, जेडीए से लेकर जिला प्रशासन से भी आज तक आश्वासन ही मिला है.
बारिश का पानी सड़कों पर ही नहीं कई कॉलोनी में भर गया है बीजेएस नटीया कॉलोनी, सुल्तान नगर जैसी दर्जनों कॉलोनी में पानी भर जाने से यहां रहने वाले लोगो का रहना दूभर हो जाता हैं. थोड़ी सी बारिश के साथ ही यहां हालात बिगड़ जाते हैं. साल दर साल यहां मानसून आफत लेकर आता है.
मामले को लेकर जिला प्रशासन, निगम जेडीए से गुहार भी लगाई गयी लेकिन कागजो में भी इस पानी के निकासी के नाले निर्माण को लेकर योजना बनी जो हकीकत में कहीं नहीं हैं. शहर में ड्रेनेज की व्यवस्था नहीं होने के चलते आम लोग मानसून से पहले ही खराब होने वाले हालत को लेकर परेशान दिखते हैं. कई बार धरना प्रदर्शन भी किया जा चुका है लेकिन कुछ नहीं बदला. प्रशासन है कि फिर अपने दावे कर लोगो को राहत देने की बात कह रहा हैं. ऐसे में यहां की दर्जनो कॉलोनी के लोगों को इस बार राहत मिलेगी या फिर हर बार की तरह सिर्फ कागजों पर ही काम होगा.
रिपोर्टर- भवानी भाटी
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