Bhopalgarh: भोपालगढ़ क्षेत्र में कृषि-उद्यान के अधिकारियों ने प्याज फसल का निरीक्षण किया. फिर कीट-व्याधि नियत्रंण और प्याज फसल की अच्छी उपज की कृषि उन्नत तकनीकी एवं विभिन्न मसालों की फसलों में जैविक अवयवों को अधिक प्राथमिकता की जानकारी मौके पर किसान भाईयों को दी.


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कृषि पर्यवेक्षक रफीक अहमद कुरैशी ने प्याज फसल क्षेत्र का निरीक्षण करते हुए कहा कि आजकल खेती में आवश्यकता से अधिक रासायनिक उर्वरकों और रासायनिक कीटनाशक पर निर्भर होना फसल उपज निर्यात पर असर होना स्वाभाविक है. विशेषकर मसाले की फसलें और सब्जियों में जैविक पद्धति को महत्व देना, फसल की मूल गुणवत्ता का लाभ प्राप्त करना है. 


पर्यावरण संरक्षण को भी खेती में रसायनिक कीटनाशक से नुकसान होना सम्भव है. केवल रासायनिक खेती पर निर्भर रहने से भूमि की उर्वरा शक्ति में भी कमी आती है. इसके साथ फसल उपज की मूल गुणवत्ता भी प्रभावित होती है. आज आवश्यकता है जैविक खेती की, जिसमें भूमि की उर्वरा शक्ति बनाए रखने के लिए कम्पोस्ट, वर्मी कम्पोस्ट और गोबर की खाद का अधिक से अधिक प्रयोग हो. 


ऐसे करें आय में वृद्धि
कीट नियंत्रण के लिए आईपीएम पद्धति खेती में सरल एवं सस्ती पद्धति का उपयोग करना. आईपीएम पद्धति से खेती लागत में कमी लायी जा सकती है. क्षेत्र के किसान भाई जैविक अवयवों को अब महत्व देने भी लगे है. खेती में प्रभावी बिन्दुओं में भारी मृदा में गर्मी की जुताई, मृदा स्वास्थ्य कार्ड अनुसार खाद एवं उर्वरक का प्रयोग इत्यादि प्रभावी तरीके है. कृषि और उद्यान विभाग में विभिन्न प्रकार की योजना में लाभान्वित होकर खेती में सिंचाई जल बचत के लिए बूंद-बूंद सिचाई पद्धति को अपनाना, वर्षा जल संचय के लिए फार्म पौण्ड योजना, बागवानी, पॉलीहाऊस, वर्मी कम्पोस्ट इकाई ऐसी विभिन्न योजनाओं में लाभ लेकर खेती आय में वृद्धि की जा सकती है. 


प्याज को ज्यादा नुकसान पहुंचाते हैं ये कीट
विशेषकर प्याज फसल में सामान्यतः होने वाले कीट में थ्रिप्स कीट प्रायः नुकसान पहुंचाता है. कीट छोटे आकार के होते हैं. तापमान वृद्धि के साथ-साथ इस कीट से फसल में प्रायः हानि पहुंचाती है. इस माह में इस कीट पर नजर रखी जाए यदि इस कीट का प्रकोप दिखाई देता है तो जैविक खेती को महत्व देते हैं तो जैव आधारित कीटनाशक दवाओं का उपयोग की प्राथमिकता हो. यदि इस कीट का फसल में ईटीएल स्तर से अधिक प्रकोप होता है तो आवश्यकता अनुरूप सिफारिश कोई एक कीटनाशक दवाओं का ही प्रयोग करना चाहिए. प्याज खड़ी फसल में पौषक तत्व की कमी के लक्षण एवं पौषक तत्वों का पर्णीय छिड़काव की विस्तार से जानकारी दी. 


क्या है किसानों का कहना
वहीं, किसान प्रहलादराम प्रजापत ने बताया कि मैं प्याज की खेती को प्राथमिकता देता हूं. फसल चक्र पद्धति को भी अपनाता हूं. फसल की अच्छी देखभाल और उन्नत तकनीक से निश्चित रूप से प्याज खेती का अच्छा उत्पादन भी प्राप्त किया जा सकता है. मेरे खेत पर कृषि-उद्यान अधिकारी ने मौके पर कृषि-उद्यानिकी की विभिन्न देय योजनाओं के बारे में विस्तृत चर्चा की.