Jaisalmer: DM का प्रयास लाया रंग, अस्पताल में नहीं होगी Oxygen की कमी
Jaisalmer: जिला कलेक्टर आशीष मोदी ने इस बारे में अस्पताल प्रशासन को स्थायी निर्देश दे रखें हैं कि ऑक्सीजन की पर्याप्त उपलब्धता बरकरार रखी जाए और एहतियात के तौर पर अतिरिक्त स्टाक हमेशा उपलब्ध रखा जाए.
Jaisalmer: जैसलमेर जिला कलेक्टर आशीष मोदी की पहल पर चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग द्वारा कोरोना से बचाव एवं रोकथाम के साथ ही आवश्यकता पड़ने पर कोरोना से प्रभावित गंभीर मरीजों के लिए ऑक्सीजन की जरूरतों को पूरा करने का दिशा में व्यापक प्रबंधं सुनिश्चित किए गए हैं.
जिला मुख्यालय स्थित श्री जवाहिर चिकित्सालय में ऑक्सीजन की जरूरतों को पूरा करने के लिए दोतरफा प्रबंधं सुनिश्चित किए गए हैं. जिला अस्पताल के MCHN वार्ड सहित अन्य वार्डों में ऑक्सीजन की सप्लाई के लिए केन्द्रीकृत व्यवस्था के अन्तर्गत एक निश्चित स्थान से गैस सिलेंडरों को जोड़कर पाइप लाइन के जरिए सीधे मरीज के बेड तक ऑक्सीजन उपलब्ध कराने की व्यवस्था निर्धारित है.
इसके साथ ही अब अस्पताल में स्थापित ऑक्सीजन जनरेटर केंद्र द्वारा ऑक्सीजन गैस पैदा करने और इसे सीधे ही वार्डों तक पहुंचाने की व्यवस्था भी आरंभ कर दी गई है. इससे कोरोना प्रभावित मरीजों के साथ ही अन्य सभी प्रकार के गंभीर मरीजों के लिए ऑक्सीजन की उपलब्धता हमेशा बनी रहेगी. अन्यथा इससे पहले तक ऑक्सीजन के लिए पूरी तरह बाडमेर के प्लांट पर निर्भर रहना पड़ता था और गैर सिलेंडरों में ऑक्सीजन भरवा कर मंगवायी जाती थी. अब ऑक्सीजन जनरेटर और केंद्रीकृत ऑक्सीजन वितरण व्यवस्था दोनों से ऑक्सीजन की उपलब्धता बनी रहने लगी है.
अस्पताल के प्रमुख चिकित्सा अधिकारी डॉ. जे.आर. पंवार ने बताया कि अब अस्पताल ऑक्सीजन के मामले में काफी हद तक सक्षम हो चला है. उन्होंने बताया कि ऑक्सीजन जनरेट करने वाली मशीन का संचालन 24 घंटे जारी रहता है. इससे वार्डों में सीधी ऑक्सीजन सप्लाई होती रहती है. किसी तरह बिजली अथवा अन्य किसी आकस्मिक बाधा के सामने आ जाने की स्थिति में आपातकालीन परिस्थितियों के लिए मेनिफोल्ड मशीन स्थापित की हुई है, जिससे अपने आप सिलेंडरों से ऑक्सीजन सप्लाई शुरू हो जाएगी.
इस मेनिफोल्ड मशीन में ऑक्सीजन से भरे हुए बड़े आकार के 24 सिलेंडर जुड़े हुए हैं. ऑक्सीजन पैदा करने और वितरण का प्लान्ट यूनीसी दिल्ली द्वारा स्थापित किया गया है. इस समय यह ट्रायल बेसिस पर काम कर रही है.
जिला कलेक्टर आशीष मोदी ने इस बारे में अस्पताल प्रशासन को स्थायी निर्देश दे रखें हैं कि ऑक्सीजन की पर्याप्त उपलब्धता बरकरार रखी जाए और एहतियात के तौर पर अतिरिक्त स्टाक हमेशा उपलब्ध रखा जाए ताकि जरूरत पड़ने पर किसी भी प्रकार की दिक्कतों का सामना नहीं करना पड़े. जिला कलेक्टर ने चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभागीय अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि कोरोना की दूसरी लहर के मद्देनजर कोरोना मरीजों के इलाज और ऑक्सीजन आदि की सभी व्यवस्थाएं हमेशा उपलब्ध रखने का प्रबंधं सुनिश्चित करने के प्रति सर्वोच्च गंभीरता बरतें.
(इनपुट-शंकर दान)