Jodhpur: वह दिन दूर नहीं जब जोधपुर मंडल पर इलेक्ट्रिक रेल पटरी पर दौड़ेगी. इसी के मद्देनजर जोधपुर-लूनी-मारवाड़ जंक्शन खंड पर रेल विद्युतीकरण का कार्य तेजी से करवाया जा रहा है और अगर सब कुछ ठीक रहा तो 2024 तक जोधपुर मंडल की सभी गाड़ियां इलेक्ट्रिक इंजन से संचालित की जाएगी. रविवार को मंडल रेल प्रबंधक गीतिका पांडेय ने रेल विद्युतीकरण कार्यों का निरीक्षण किया. इसे तय सीमा में पूरा करने का निर्देश दिया. डीआरएम पांडेय रविवार सुबह बासनी रेलवे स्टेशन पंहुची जहां उन्होंने अधिकारियों के साथ जोधपुर -लूनी-मारवाड़ जंक्शन रेल खण्ड पर चल रहे विद्युतीकरण कार्यों का जायजा लिया. उन्होंने बासनी स्टेशन के मुख्य प्लेटफॉर्म पर खड़े किए गए ओ एच ई खम्भों की तकनीकी जांच करवाई जिसमें वह मानकों के अनुरूप पाए गए.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

इस दौरान रेल विद्युतीकरण,जयपुर के अधिकारियों के साथ डीआरएम ने अब तक किए गए कार्यों की प्रगति की समीक्षा की. इसके साथ ही उन्होंने कार्यकारी एजेंसी के कर्मचारियों से रेल परिचालन के दौरान सुरक्षा मानकों पर विशेष ध्यान देने को कहा. इस अवसर पर वरिष्ठ मण्डल बिजली इंजीनियर कर्षण रमेश चंद्र, रेल विद्युतीकरण जयपुर की जोधपुर इकाई के उप मुख्य बिजली इंजीनियर एस आर वर्मा व कुणाल कपूर सहित अनेक अधिकारी मौजूद थे.


यह भी पढ़ेंः Jodhpur: वैक्सिनेशन कैंप में 60 प्लस वालों को दी गई बूस्टर डोज, 40 लोगों को लगा कोविडशील्ड का टीका


सीनियर डीईईटीआरडी रमेशचंद्र ने बताया कि मार्च 2022 तक जोधपुर मंडल के लूणी-समदड़ी (48 किमी), लूणी-मारवाड़ (72 किमी.), जोधपुर-लूणी (32 किमी) और फुलेरा-मकराना (65 किमी) तक के सेक्शन को विद्युतीकृत करने का लक्ष्य है. इसके तहत रिमोट कंट्रोल सेंटर का डीआरएम ऑफिस में कार्य शुरू हो चुका है. डीआरएम गीतिका पांडे इसका शिलान्यास कर चुकी है. वर्ष 2024 तक जोधपुर से आने-जाने वाली सभी ट्रेनों में इलेक्ट्रिक इंजन लगाने का लक्ष्य है. मंडल के जैसलमेर-फलौदी-जोधपुर-भीलड़ी के 609 किमी रूट पर भी विद्युतीकरण का काम जारी है. इसे करीब 900 दिनों में पूरा करना प्रस्तावित है. वर्ष 2023 तक लूणी-मारवाड़, बीकानेर-मेड़ता व समदड़ी-मुनाबाव के 489 किलोमीटर के रूट को भी विद्युतीकृत किया जाना है.


Report: Arun Harsh