Jodhpur News: जोधपुर आयुक्तालय पुलिस के लिए अनिता चौधरी हत्या का मामला सिरदर्द बनता जा रहा है. पुलिस हर संभव प्रयास कर रही है, लेकिन फिर भी अभी तक ना तो मामले का खुलासा हुआ और ना ही शव का अंतिम संस्कार. पुलिस ने पहले दिन तो इस केस को लूट की वारदात बताया, जो आज तक उसी बयान पर टस से मस तक नहीं हो रही है, लेकिन ऑडियो के आने के बाद तीसरे व्यक्ति के बारे में तफ्तीश जरूर शुरू हुई.


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इस बीच पुलिस ने गुलामुद्दीन को फिर से सात दिन के पुलिस रिमांड पर लेकर मुम्बई गई है. गुलामुद्दीन जिस तरह से गिरफ्तारी के बाद बयान बदल रहा था. ऐसे में पुलिस ना केवल मुम्बई में पड़ताल कर रही है. बल्कि पॉलीग्राफ टेस्ट के सहारे भी मामले का खुलासा करने का प्रयास करने की जुगत में लगी है.


पुलिस गुलामुद्दीन को मनोवैज्ञानिक सेलेकर टार्चर तक कर चुकी है, लेकिन गुलामुद्दीन और उसकी पत्नि आबिदा अपनी स्टोरी से टस से मस नहीं हो रहे हैं. केवल यह जरूर सामने आया कि उसने किसी अंकल से मिलने के लिए अनीता को बुलाया था. लेकिन अंकल का खुलासा नहीं किया गया.


वहीं परिजन अपनी मांगों पर अड़े रहे और आज भी उनका कुडी स्थित मंदिर में धरना जारी रहा. पोस्टमॉर्टम के बाद भी शव का अंतिम संस्कार नहीं हो पाया है. मामले के जांच अधिकारी सरदारपुरा एसएचओ दिलीप सिंह के अस्वस्थ होने के चलते जांच अधिकारी बदला गया है. 


मामले की जांच अब एडीसीपी सिकाऊ सुनील के पंवार को सौंपी गई है. हत्याकांड को लेकर कई सवाल भी खड़े हो रहे हैं. पूछताछ में बार-बार बयान बदलने की वजह से भी कहीं राज अभी भी अनसुलझे हुए हैं. पुलिस के लिए भी एक बड़ी चुनौती है कि आखिरकार गुलामुद्दीन ने किसी के कहने पर हत्या की है या उसने लूट की वजह से हत्या को अंजाम दिया. ऐसे ही कई सवाल अभी भी अनसुलझे हुए हैं, जिनके जवाब आना अभी बाकी है.