Rajasthan News: देश बदलते समय के साथ-साथ तकनीकी रूप से सुदृढ़ होकर आगे बढ़ने लगा है. ऐसे में सुप्रीम कोर्ट के निर्देशानुसार राजस्थान हाईकोर्ट भी पेपरलेस होने की ओर कदम बढ़ा रहा है. राजस्थान हाईकोर्ट ने पहले भी 01 जुलाई से ई फाइलिंग को अनिवार्य करते हुए पेपरलेस की दिशा में आगे बढ़ने के प्रयास शुरू कर दिए है. राजस्थान हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश एमएम श्रीवास्तव एवं वरिष्ठ न्यायाधीश डॉ पुष्पेंद्र सिंह भाटी लगातार राजस्थान हाई कोर्ट को पेपरलेस बनाने के लिए प्रयासरत है, ताकि बदलते समय के साथ तकनीक का उपयोग करते हुए कोर्ट को ना केवल हाईटेक बनाया जा सके, बल्कि समय एवं पेपर की बचत करते हुए पेपरलेस हो सके. 


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कोर्ट परिसर में ही एक छत के नीचे मिलेगी जरूरी सुविधा 
पिछले दिनों एक कार्यक्रम में सुप्रीम कोर्ट के न्यायाधीश संदीप मेहता ने भी राजस्थान हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश श्रीवास्तव को इस दिशा में आगे बढ़ने का आह्वान किया था. शुक्रवार को राजस्थान हाईकोर्ट में ई सुविधा केन्द्र का उद्घाटन किया गया. मुख्य न्यायाधीश श्रीवास्तव ने हाईकोर्ट परिसर में ई सुविधा केन्द्र का उद्घाटन करते हुए कहा कि अधिवक्ताओं को बाहर इधर उधर जाने की बजाय कोर्ट परिसर में ही एक छत के नीचे यह सुविधा मिलेगी. वो काफी रियायती दरों पर होने से अधिवक्ता ई फाइलिंग व ई डाउनलोडिंग कर सकेंगे, ताकि कोर्ट में आने वाले दिनों में पेपरलेस होने से भी सहायता मिलेगी. 



अधिवक्ताओं ई सुविधा केन्द्र होगा मददगार
ई कमेटी के चेयरमैन न्यायाधीश दिनेश मेहता ने भी कहा कि अधिवक्ताओं की सुविधाओं के लिए यह केंद्र शुरू किया गया, ताकि अधिवक्ताओं को सस्ती दरों पर सुविधा मिल सके. सुविधा केंद्र पर मिलने वाली सुविधाओं की जानकारी भी दी गई. ई सुविधा केन्द्र के उद्घाटन समारोह के बाद राजस्थान हाई कोर्ट एडवोकेट्स एसोसिएशन के अध्यक्ष रतनाराम ठोलिया एवं राजस्थान हाई कोर्ट लॉयर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष आनन्द पुरोहित ने इस पहल का स्वागत किया. उन्होने कहा कि यह अधिवक्ताओं के लिए अच्छी सुविधा होगी. उनको बाहर नहीं जाना पडेगा, जिन अधिवक्ताओं को नई तकनीक की जानकारी नहीं है, उनके लिए यह केन्द्र मददगार होगा. 



उद्घाटन समारोह में उपस्थित रहे ये लोग 
ई सुविधा केन्द्र के उद्घाटन समारोह में वरिष्ठ न्यायाधीश एस चन्द्रशेखर, वरिष्ठ न्यायाधीश डॉ पुष्पेंद्र सिंह भाटी, न्यायाधीश दिनेश मेहता, न्यायाधीश मनोज कुमार गर्ग, न्यायाधीश अरुण मोंगा, न्यायाधीश मदन गोपाल व्यास, न्यायाधीश कुलदीप माथुर, न्यायाधीश डॉ नुपूर भाटी, न्यायाधीश राजेन्द्र प्रकाश सोनी व न्यायाधीश योगेन्द्र कुमार पुरोहित मौजूद रहे. इनके साथ ही रजिस्ट्रार जनरल व रजिस्ट्ररी के सभी अधिकारी व राजस्थान हाई कोर्ट लॉयर्स एसोसिएशन अध्यक्ष आनन्द पुरोहित, उपाध्यक्ष पिन्टू पारीक, महासचिव मनीष टांक, राजस्थान हाई कोर्ट एडवोकेट्स एसोसिएशन के अध्यक्ष रतनाराम ठोलिया, महासचिव शिवलाल बरवड सहित पदाधिकारी मौजूद रहे. 



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