ओसियां पंचायत समिति मुख्यालय पर हुआ विधिक सेवा शिविर, विभिन्न योजनाओं की दी गई जानकारी
Osian, Jodhpur : ओसियां पंचायत समिति मुख्यालय पर विधिक सेवा शिविर हुआ, जिसमें विभिन्न योजनाओं की जानकारी दी गई.
Osian, Jodhpur : राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण एवं राजस्थान राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण के निर्देशानुसार व जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, जोधपुर जिला (जिला एवं सत्र न्यायाधीश) अध्यक्ष राघवेन्द्र काछवाल के मार्गदर्शन में जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, जोधपुर जिला तथा तालुका विधिक सेवा समिति, ओसियां के संयुक्त तत्वावधान में मंगलवार को जोधपुर जिला न्यायक्षेत्र की तालुका ओसियां में स्थित पंचायत समिति भवन, ओसियां में वृहद विधिक सेवा शिविर का आयोजन किया गया.
शिविर में राज्य सरकार व केन्द्र सरकार द्वारा चलाई जा रही विभिन्न योजनाओं की जानकारी दी गई व आमजन को विभिन्न जनकल्याणकारी योजनाओं के अन्तर्गत पात्रता अनुसार मौके पर ही लाभान्वित किया गया. इस अवसर पर विशिष्ठ न्यायाधीश व लैंगिक अपराधों से बालकों का संरक्षण अधिनियम, 2012 (पोक्सो न्यायालय), जोधपुर जिला अनिल कुमार आर्य, मुख्य अतिथि एवं अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश, जोधपुर जिला पुखराज गहलोत विशिष्ठ अतिथि के रूप में उपस्थित रहे.
मुख्य उद्बोधन में अनिल कुमार आर्य ने विधिक सेवा शिविर का महत्त्व बताया कि समाज में गरीबी रेखा के नीचे जीवन यापन करने वाले लोग, अनुसूचित जाति/ जनजाति, आदिवासी, विकलांग, मानसिक रूप से बीमार, सिलिकोसिस, एसबेस्टोसिस, टी.बी., आदि से पीड़ित श्रमिक, बालक, महिलाएं, वृद्धजन एवं समाज के अन्य कमजोर वर्गाें के लिए, केन्द्र सरकार एवं राज्य सरकार द्वारा जनकल्याणकारी योजनाएं बना रखी हैं. उन्होंने बताया कि आम लोगों के हित के लिए कई कानून प्रभावी हैं, जिनमें उनके अधिकार एवं कर्त्तव्य आधारित है. उन्होंने यह भी बताया कि सरकारी विभागों की वेबसाईट पर जनकल्याणकारी योजनाओं की जानकारी उपलब्ध है, जिनका सामयिक रूप से इलेक्ट्रॉनिक एवं प्रिण्ट मीडिया पर इनका विज्ञापन भी होता है, किन्तु ग्रामीण क्षेत्रों में अधिकांश लोग अशिक्षित हैं तथा दूर दराज ढ़ाणियों में रहते हैं, अतः उनकी पहुंच प्रिण्ट मीडिया अथवा इलेक्ट्रॉनिक मीडिया तक नहीं है. जिससे वे अशिक्षा एवं अज्ञान के कारण इन योजनाओं के लाभ प्राप्त करने से वंचित हैं. अतः विधिक सेवा संस्थाओं के द्वारा इसे एक दायित्व मानते हुए समाज में विधिक जागरूकता पैदा किये जाने तथा पात्र व्यक्तियों को सरकारी योजनाओं का लाभ दिलाने में निःशुल्क कानूनी सलाह एवं सहायता प्रदान किये जाने के लिए निरंतर कार्य किया जा रहा है.
विशिष्ठ न्यायाधीश आर्य ने बताया कि विधिक सेवा संस्थायें, जिस उद्देश्य के लिए कार्य करते हैं, उनकी पूर्ति इस शिविर के माध्यम से की जाती है और आमजन का दफ्तर-दफ्तर नहीं जाना पड़ता. इस शिविर में प्रशासन के सहयोग की उन्होंने सराहना की. उन्होंने अपने वक्तव्य में कहा कि इस शिविर में उन्होंने प्रत्येक विभाग के स्टॉल का निरीक्षण कर प्रत्यक्ष यह देखा कि विभागों द्वारा पात्र व्यक्तियों को संबंधित योजनाओं का लाभ किस प्रकार पहुंचता है.
अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश पुखराज गहलोत ने अपने उद्बोधन में राजस्थान पीड़ित प्रतिकर योजना, 2011 को विस्तृत रूप से सरल शब्दों में समझाया. उन्होंने बताया कि ये योजना अपराध से पीड़ित पक्ष के पुनर्वास एवं प्रतिकर की महत्तवपूर्ण योजना है, जिसमें सरकारी कोष से विभिन्न अपराधों के पीड़ितों को देय प्रतिकर राशि दिलाने का प्रावधान किये गये हैं. इस योजना के अन्तर्गत अपराध से पीड़ित या उसके आश्रित, जिन्हें पुनर्वास की आवश्यकता है एवं अपराध से जिनके परिवार की आय को हानि पहुंची है, जिससे आर्थिक सहायता के बिना उनका गुजारा कठिन हो गया है या उन्होंने अपनी आय से अधिक इलाज पर खर्च कर दिया है और जिन्हें किसी अन्य स्कीम में प्रतिकर नहीं मिला है तथा अभियोजन पक्ष का समर्थन किया है, ऐसे लोग उक्त योजना में पात्र माने जाते हैं एवं नियमानुसार अंतरिम अथवा अंतिम प्रतिकर राशि दी जाकर आर्थिक सहायता दी जाती है.
विधिक सेवा प्राधिकरण द्वारा थानाधिकारी या मजिस्ट्रेट के प्रमाण पत्र पर पीड़ित पक्ष को आवश्यक चिकित्सा खर्च आदि के लिए अंतरिम प्रतिकर दिया जाता है. संबंधित न्यायालय द्वारा अंतिम निर्णय होने पर दोषसिद्ध होने पर या दोषमुक्त अथवा उन्मोचित होने पर समुचित मामलों में पीड़ित पक्ष को प्रतिकर दिलाने हेतु निर्णय में अनुशंषा की जाती है. उन्होंने अपने उद्बोधन के अंत में आमजन को विधिक सेवा शिविरों में उपलब्ध सुविधाओं का उपयोग करने के लिए प्रेरित किया.
शिविर में स्वागत उद्बोधन अध्यक्ष, तालुका विधिक सेवा समिति, ओसियां जयराम जाट द्वारा दिया गया. जिसमें उन्होंने शिविर में जनसमूह की उपस्थिति को जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, जोधपुर जिला, तालुका विधिक सेवा समिति, ओसियां , स्थानीय प्रशासनिक विभागों, सामाजिक स्वयंसेवी संस्थाओं आदि के सम्मिलित प्रयासों से साकार होना बताया है. जिसमें उन्होंने जोधपुर जिले के समस्त प्रशासनिक, पुलिस एवं अन्य विभागों के अधिकारियों व कर्मचारियों का भी सराहनीय सहयोग होने से आभार प्रकट किया.
शिविर में उपरोक्त अधिकारीगण के अतिरिक्त मुकेश कुमार, मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट, जोधपुर जिला सहित जोधपुर जिला न्याय क्षेत्र के न्यायिक अधिकारगण उपस्थित रहे. शिविर में बार एसोसिएशन, ओसियां के अध्यक्ष घेवरराम विश्नोई सहित समस्त अधिवक्तागण उपस्थित रहे. ओसियां स्थानीय प्रशासन से राजकेश मीणा, एसडीएम ओसियां, हापूराम चौधरी, विकास अधिकारी ओसियां, नूर मोहम्मद, वृत्ताधिकारी ओसियां एवं जिला तथा उपखण्ड ओसियां के समस्त विभागीय अधिकारीगण, पुलिस एवं प्रशासन के अधिकारीगण, एनजीओ आपका घर आदि के पदाधिकारी उपस्थित रहे.
कार्यक्रम का संचालन एवं आतिथ्य पूर्णिमा गौड़, सचिव, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, जोधपुर जिला तथा जयराम जाट, अध्यक्ष, तालुका विधिक सेवा समिति, ओसियां द्वारा किया गया.
शिविर के साथ ही उपखण्ड ओसियां में न्यायिक अधिकारियों, विभागीय अधिकारियों आदि द्वारा मिनी मैराथन का आयोजन किया गया. स्काउट्स एवं गाईड तथा स्कूली विद्यार्थियों द्वारा विधिक सेवा दिवस के उद्घाटन के क्रम में रैली का आयोजन किया गया एवं बाल विवाह रोकथाम के संबंध में एक नुक्कड़ नाटक का आयोजन किया गया.
इस शिविर में शिविर पूर्व में चिन्हित एवं शिविर में मौके पर चिन्हित पात्र व्यक्तियों को भी वृद्धावस्था पेंशन प्रमाण पत्र, श्रमिक पंजीयन कार्ड, विकलांगता प्रमाण पत्र हेतु चिकित्सा सुविधा, मनोचिकित्सक सुविधा, खाद्य सुरक्षा योजना, मूल निवास प्रमाण, प्रधानमंत्री बीमा योजना, विधवा पेंशन, जन्म-मृत्यु प्रमाण पत्र, आधार कार्ड, जनधन बैंक खाता, कृषि अनुदान योजना, रोड़वेज में रियायती दर पर पास, दिव्यांग जनों को ट्राई साईकिल/व्हील चेयर व दिव्यांग प्रमाण पत्र जारी किया गया तथा प्रधानमंत्री अन्नपूर्णा योजना के अन्तर्गत शिविर में उपस्थित आमजन को मुफ्त में भोजन करवाया गया.
इस अवसर पर राजस्व विभाग, पंचायत समिति ओसियां, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग, उपखण्ड कार्यालय, बीडीओ कार्यालय, विभिन्न चिकित्सकीय जांच हेतु मेडीकल बोर्ड, ई-मित्र सेवा सुविधा, परिवहन विभाग, विद्युत वितरण निगम, जन स्वा.अभि. विभाग, राजस्थान रोड़वेज, जिला उद्योग केन्द्र, आदि विभागों के पदाधिकारीगण एवं कर्मचारीगण उपस्थित आये. शिविर में विभिन्न विभागों के कार्यरत अधिकारीगण, कर्मचारीगण एवं आमजन के जल-पान की व्यवस्था बार एसासेसिएशन ओसियां एवं लक्ष्य बालपुनर्वास केन्द्र द्वारा की गई. विधिक सेवा योजनाओं के क्रियान्वयन में सहायोग करने वाले ओसियां स्थानीय सामाजिक स्वयंसेवी संस्थाओं एवं अन्य व्यक्तियों का शिविर में प्रशस्ति पत्र देकर सम्मान किया गया.
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