Over 36 People hospitalised navratri feast in Rajasthan :  बालेसर जोधपुर नवरात्रा स्थापना के दिन लोगों के उपवास किया हुआ था एवं उपवास में काम आने वाले श्यामा की खिचड़ी बनाकर खाने से अलग -अगल गांवो एवं अलग अलग परिवारों से लगभग तीन दर्जन से ज्यादा लोग फूड पॉइजनिंग के चलते बीमार हो गये. जिन्हें बालेसर सीएचसी एवं ट्रॉमा सेंटर लाया गया जहां पर उनका उपचार किया.


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वहीं इसकी सूचना मिलने पर बालेसर पुलिस मौके पर पहुंची एवं लोगो के बयान दर्ज किये. मंगलवार को नवरात्रि का स्थापना दिवस होने के कारण लोगों के उपवास रखा हुआ था. जिसमें से महिलाएं एवं पुरूष दोनों शामिल थे. दोपहर के समय उपवास में भगर (श्यामा) को ग्रामीण क्षेत्र में खिचड़ी बनाकर दही के साथ मिलाकर खाई जाती हैं.


मंगलवार को सांय के समय बालेसर कस्बे के अलग-अलग दुकानों से खरीदे गये भगर से खिचड़ी बनाकर खाई तो कुछ ही देर बाद लोगो को उल्टी,दस्त, जी मचलना, चक्कर आना, की शिकायत हुई तो लोग अपने अपने परिवार के लोगो को लेकर बालेसर सीएचसी पहुंचे. कुछ लोग अपने अपने परिवार के सदस्यों को लेकर ट्रॉमा सेंटर पहुंचे.


सीएचसी में डा. निरूपमा ,नर्सिगं आफिसर जितेन्द्र सोनी ,सुमेर मीणा सहित तमाम नर्सिगं आफिसर ने कुल 18 मरीजों को ग्लूकोज एवं इंजेक्शन लगाये एवं उपचार किया वही ट्रोमा सेंटर में डा.निश्चल नागौरी एवं रामप्रसाद सहित नर्सिगं स्टाफ ने 19 मरीजों सहित कुल 37 मरीजों का उपचार किया गया.


ये हुए बीमार


इस खिचड़ी खाने से सिंहादा गांव के ईगाराम पुत्र खुशालाराम 55 साल, मीरा देवी पत्नी ईगाराम 50 साल,बीना देवी पत्नी थानाराम 30 साल,भरत पुत्र इगाराम उम्र 18 साल, अंतरो पत्नी उदाराम उम्र 60 साल,ममता पुत्री थानाराम 2 साल, बालेसर निवासी खेतसिंह पुत्र हरीसिंह उम्र 32 साल,सुआदेवी पत्नी हरीसिंह 60 साल,भावना पुत्री खेतसिंह उम्र 11 साल,रघूवीर पुत्र खेतसिहं उम्र 11 साल,माधु कवंर पत्नी जितेन्द्रसिंह उम्र 30 साल,निकिता 3 साल, सुनिल पुत्र लूणाराम 15 साल,फूली देवी पत्नी लूणाराम 40 साल बीमार हो गयेय


इसके अलावा लक्ष्मी 22 साल, जीवराजसिंह पुत्र जबरसिंह 22 साल,जबरसिंह पुत्र रामसिंह 53 साल,दल्लू कवंर पत्नी जबरसिंह 50 साल,गुडडी देवी 50 साल,रेखा 28 साल ,मनीषा 8 साल,कौशल्या 3 साल सहित कुल 37 मरीजों को फूड पोइजनिंग होने से बीमार हुऐ हैं. हांलाकि इन पेशेन्ट की सिरियस कंडीशन नहीं है.


ट्रॉमा एवं सीएचसी दोनो जगह डाक्टर्स की टीम उपचार में जुटी हुई हैं. इनमें से ज्यादातर मरीज एक ही परिवारों के हैं. परिवार के जितने सदस्यों ने उपवास रखा उन सभी के फूड पॉइजनिंग हो गई. इनमें से ज्यादातर मरीज बालेसर, अमृतनगर, सिंहादा एवं तेना गांव से आये हैं.