Jodhpur: लघु उद्यमियों को प्रोत्साहन और उनके उत्पादों को बिक्री हेतु उचित प्लेटफॉर्म उपलब्ध कराने के महत्ती उद्देश्य से रेलवे ने जोधपुर मंडल के पंद्रह रेलवे स्टेशनों पर स्वयं के कियोस्क स्थापित करने का निर्णय लिया है. इसके लिए 80 लाख रुपए की लागत से कियोस्क तैयार कराए जा रहे हैं.


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मंडल रेल प्रबंधक गीतिका पांडेय ने बताया कि केंद्रीय बजट में की गई घोषणा के अनुरूप रेलवे ने स्थानीय उत्पादों की बिक्री के लिए एक स्टेशन एक उत्पाद पायलट प्रोजेक्ट प्रारंभ कर रेलवे स्टेशनों पर लघु उद्यमियों को अस्थाई तौर पर कियोस्क आवंटित किए जिससे रेल यात्रियों में उनके द्वारा निर्मित स्थानीय उत्पादों को पहचान मिलने लगी.


उन्होंने बताया कि रेलवे बोर्ड से मिले दिशा-निर्देशों की पालना में अब इन अस्थाई कियोस्क की जगह रेलवे की ओर से स्थाई कियोस्क बनवाए जा रहे हैं जिन पर लघु उद्यमी स्थानीय उत्पादों की बिक्री कर सकेंगे. इसके लिए रेलवे की ओर से जोधपुर मंडल के चुनिंदा 15 रेलवे स्टेशनों पर लगाने के लिए 16 कियोस्क बनवाए जा रहे हैं जिनके निर्माण पर 80 लाख रुपए व्यय किए जाएंगे.
डीआरएम के अनुसार रेलवे द्वारा बनाई जा रही स्टॉलस उच्च गुणवत्ता व आधुनिक डिजाइन की बनवाई जाएगी जो नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ डिजाइन अहमदाबाद द्वारा तैयार की गई है.


प्रति स्टाॅल पर 5 लाख रुपए होंगे खर्च
जोधपुर मंडल से 15 स्टेशनों के स्टॉल बनाने के लिए टेंडर प्रक्रिया हो चुकी है. इन 15 स्टेशनों पर बनने वाले स्टॉल प्रति स्टॉल खर्चा लगभग 5 लाख रुपए का आएगा. गौरतलब है कि जोधपुर मंडल के 100 स्टेशनों पर एक स्टेशन एक उत्पाद योजना प्रस्तावित है. जिसमें अब तक मंडल के कुल 37 स्टॉल्स लगाई जा चुकी है.


इन स्टेशनों पर लगेगी कियोस्क


जिनमें जोधपुर (दो), पाली मारवाड़, जैसलमेर, नागौर, सुजानगढ़, जालोर, बाड़मेर, मेड़ता रोड, मकराना, डीडवाना,फलोदी, लाडनूं और रामदेवरा रेलवे स्टेशनों पर एक एक स्टॉल स्थापित की जाएगी.