हीरालाल सैनी के बाद इस CI पर खाकी को दागदार करने का आरोप, 5 साल तक किया `देह शोषण`
तलाक के बाद जो पीड़िता को पांच लाख की राशि मिली, वो भी रामलाल ने अपने पास ही रख ली. यूं ही समय बीतता गया. जब भी कॉन्स्टेबल बनाने की बात करती, वो बहाने बनाकर इसे टालता रहा.
Pali: प्रदेश में खाकी का कलंकित होना मानो आम बात हो गई है. हीरालाल सैनी (Hiralal Saini) का मामला अभी शांत ही नहीं हुआ कि ऐसा ही एक मामला पाली (Pali) में सामने आया.
पाली की विवाहिता को सीआई रामलाल मीणा (Ramlal Meena) जो वर्तमान में बारां (Baran) जिले के किशनगंज (Kishanganj) थाने में कार्यरत है, ने पुलिस में कॉन्स्टेबल बनाने का वादा और शादी करने के बहकावे में लेकर पांच साल तक न केवल देह शोषण किया बल्कि कई तरह से मानसिक औ शारीरिक प्रताड़ना दी.
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अपने आप को अविवाहित बताते हुए पिछले पांच साल तक देह शोषण किया. इधर जब पीड़िता को इसके विवाहित होने का पता चला तब सीआई रामलाल मीणा ने अपनी पहली पत्नी और पुलिस के कॉन्स्टेबलों द्वारा पीड़िता के साथ मारपीट कर घर से बाहर निकाल दिया.
क्या है पूरा मामला
पाली की पीड़ित विवाहिता का विवाह 2016 में जोधपुर जिले में हुआ था लेकिन कुछ दिनों बाद पीड़िता के साथ ससुराल में विवाद होने पर बिलाड़ा थाने से एएसआई रामलाल मीणा जो वर्तमान में सीआई है, मौके पर पहुंचा और जांच शुरू की. इसी दौरान रामलाल ने पीड़िता से नजदीकियां बढ़ाईं और उसे पीहर पाली भेज दिया. रामलाल मीणा की पोस्टिंग पाली हो गई. इस दौरान रामलाल मीणा का पीड़िता के घर आना-जाना शुरू हुआ और पीड़िता के माता-पिता को भी अपने विश्वास में ले लिया कि तुम्हारी बेटी से मैं शादी करूंगा. वह अपने आप को अविवाहित बताता रहा.
आरोपी ने कई बार बनाए शारीरिक संबंध
नजदीकियां इतनी हो गईं कि आरोपी रामलाल मीणा ने पीड़िता के घर पर ही पहली बार शारिरिक संबंध बनाए, जो लगातार जारी रहा. पीड़िता सीआई के कहे अनुसार करती रही. यहां तक की शादी के लिए खाली स्टाम्प भी लिए और साइन कराए, जो रामलाल के पास ही है.
आरोपी ने पीड़िता का करवा दिया तलाक
पाली से रामलाल का तबादला सिरोही हो गया. इस दरम्यान पीड़िता से भी बातचीत कम कर दी और मोबाइल नंबर भी बदल दिए. काफी समय तक परेशान उन्होंने के बाद थाने से पता किया तो सामने आया कि वो सिरोही तबादला होकर चला गया. पीड़िता सिरोही पहुंची. इस तरह मिलना-जुलना लगातार रहा. पत्नी की तरह उसजे साथ क्वार्टर में रहने लगी और पुलिस स्टाफ भी पीड़िता को रामलाल की पत्नी ही समझते रहे. सिरोही से तबादला जिलां बूंदी में हो गया. पीड़िता भी साथ चली गयी. इस दौराम रामलाल सीआई बन चुका था. सहायता के नाम पर रामलाल ने पीड़िता का पति से तलाक भी करवा दिया.
तलाक के बाद जो पीड़िता को पांच लाख की राशि मिली, वो भी रामलाल ने अपने पास ही रख ली. यूं ही समय बीतता गया. जब भी कॉन्स्टेबल बनाने की बात करती, वो बहाने बनाकर इसे टालता रहा.
रामलाल ने पीड़िता का बच्चा गिरवा दिया
एक दिन जब पीड़िता पाली अपने पीहर आयी हुई थी और 15 दिन बाद जब वापस बूंदी जिले के नैनवा थाने में पहुंची देखा कि घर में एक औरत और बच्चे खेल रहे हैं. ज्यों ही पीड़िता क्वार्टर में पहुंची, वह हक्की-बक्की रह गई. एक बारगी वहीं झगड़ा शुरू हो गया, जब पता चला कि ये विवाहित है. तो पीड़िता ने बताया कि वह गर्भवती हो गयी. सीआई रामलाल मीणा ने पीड़िता के गर्भ को गिराने का षडयंत्र रचा और इलाज के बहाने डॉक्टर के पास ले गया, जहां पर उसका गर्भपात करवा दिया. लाख कोशिशों के बाद भी वो अपना बच्चा नहीं बचा सकी.
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पीड़िता की शुरू हुई प्रताड़ना
इस तरह पीड़िता के साथ प्रताड़ना शुरू हो गयी. पीड़िता ने हर तीज-त्योहार सीआई रामलाल मीणा के साथ पत्नी की तरह मनाए. यहां तक कि करवा चौथ भी सीआई रामलाल मीणा के साथ मनाया और लंबी उम्र की कामना की. सीआई रामलाल लगातार पांच साल तक देह शोषण करता रहा. जहां-जहां मीणा की पोस्टिंग रही, पीड़िता पत्नी की तरह उसके साथ कवर्टर में रही. हद तो तब पर हो गयी, जब पीड़िता को रामलाल मीणा ने अपनी पहली पत्नी और थाने के स्टाफ द्वारा थाने में ही उसके साथ मारपीट की. कपड़े तक फाड़ दिए गए. लातों से पेट पर वार किए और अधमरा कर कोटा रोड पर कार में डालकर अज्ञात लोगों से साथ भेजकर फिंकवा दिया.
बूंदी के एसपी को सुनाई दास्तां
पीड़िता ने बूंदी एसपी शिवराज मीणा को भी अपनी पीड़ा सुनाई लेकिन, एसपी ने परिवारिक मामला बताकर टरका दिया. पीड़िता जयपुर डीजीपी के पास भी गयी और पीड़ा बताई लेकिन यहां पर भी जीरो नम्बरी एफआईआर नहीं काटी गई और केवल विभागीय जांच में परिवाद डाल दिया. जब चारों ओर से कहीं न्याय नहीं मिला तो थक हारकर पीड़िता ने पाली में ही अपने आप को खत्म करने की कोशिश की लेकिन वकील योगेश शर्मा ने उसे भरोसा दिलाया और न्याय दिलाने का आश्वासन दिया.
कोर्ट में जाने के बाद आरोपी पर दर्ज हुआ मुकदमा
पीड़िता ने पाली कोतवाली में परिवाद दिया लेकिन मामला दर्ज नहीं किया गया. एसपी कालूराम रावत के पास पहुंची लेकिन वहां भी निराशा ही हाथ लगी. आखिर कोर्ट की शरण में गयी तब जाकर सीआई रामलाल मीणा के खिलाफ मामला दर्ज हुआ और जांच कोतवाली थानाधिकारी गौतम जैन को दी.
सोशल मीणा पर आरोपी ने वायरल किए पोस्ट
मामला अभी दर्ज हुआ ही है कि सीआई रामलाल मीणा ने विवाहिता के अपने साथ के निजी फोटो सोशल मीडिया पर वायरल कर दिए, जो कानूनन अपराध है. पीड़िता दर-दर की ठोकरें खा रही है लेकिन अभी तक उसे न्याय नहीं मिला.
Reporter- Subhash Rohishwal