Phalodi latest News: राजस्थान के फलोदी जिले में नोख उप तहसील के जालूवाला ग्राम पंचायत की सरहद पर भारत-पाक सीमा से मात्र 15 किलोमीटर दूरी पर पैंथर दिखने से ग्रामीणों में हड़कंप मच गया. ग्रामीण पिछले चार दिनों से दहशत के माहौल में जी रहे थे. वहीं ग्रामीणों ने वन विभाग स्पेशल टीम जोधपुर को इस बारे में अवगत कराया जिसपर भारेवाला वन विभाग के रेंजर लखपत सिंह मय टीम द्वारा 45 डिग्री तापमान में पिछले 10 घंटे की मशक्कत के बाद एक खाले में छिपे पैंथर को अपने कब्जे में लिया गया. 


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वन विभाग रेंजर लखपत सिंह ने बताया कि गुरुवार शाम 4:00 बजे जालूवाला सरहद में पैंथर जैसा लगने वाला एक जानवर ग्रामीणों द्वारा देखने की सूचना वनविभाग को दी गई. जिसपर उसके पैरों के निशान का पीछा करते हुए उसके पीछे गए तब पैंथर एक सीएडी खाले के अंदर घुस गया जो 200 मीटर लंबी थी. ऊपर करीबन 10 फिट विशालकाय रेत का टिला था. 


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ग्रामीणों ने उस सीएडी खाले को दोनों तरफ से पत्थरों से बंद कर दिया. फिर वन विभाग व पुलिस को अवगत करवाया जिसपर वन विभाग टीम ने पैरों के निशान की पहचान करते हुए पाया कि वास्तव में पैंथर ही है. उसके बाद उन्होंने जोधपुर रेस्क्यू टीम को तुरंत मौके पर बुलाया. शुक्रवार सुबह 4:00 बजे रेस्क्यू टीम वह वन विभाग की टीम मय जाप्ता मौके पर पहुंची व 10 घंटे के चले रेस्क्यू ऑपरेशन चलने के बाद कल देर शाम वन विभाग द्वारा पैंथर को अपने कब्जे में लेकर पिंजरे में कैद किया गया. 


जिसके बाद कहीं जाकर ग्रामीणों ने राहत की सांस ली लेकिन ग्रामीणों में भय और दहशत का माहौल अब भी बरकरार है. रेस्क्यू ऑपरेशन को सफल बनाने में वन विभाग रेंजर लखपत सिंह भाटी, रुपाराम विकास चौधरी, शूटर बंसीलाल सांखला, रामरतन बिश्नोई रेस्क्यू टीम जोधपुर के साथ पैंथर को पकड़ने में ग्रामीणों का भी विशेष सहयोग रहा.