Bilara: राजस्थान के जोधपुर के बिलाड़ा कस्बे में रबी सीजन की चना खरीद के लिए केन्द्र सरकार द्वारा प्रदेश में लक्ष्य आवंटित करने के बाद राज्य सरकार के निर्देशानुसार प्रदेश भर में चना और सरसों की खरीद की अधिसूचना जारी कर दी गई है और इसके साथ ही बिलाड़ा कस्बे में भी गत 18 अप्रैल से स्थानीय मार्केटिंग सोसायटी की ओर से चने की खरीद शुरु कर दी गई है. जिसके तहत अब तक बिलाड़ा में करीब 8832 क्विंटल 50 किलो चने की खरीद की जा चुकी है और पंजीयन के मुताबिक किसान यहां अपनी उपज लेकर बिकवाली के लिए पहुंच रहे हैं, जिनसे निर्धारित समर्थन मूल्य 5230 रुपये प्रति क्विंटल की दर से चने की खरीद हो रही है.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

गौरतलब है कि पूरे प्रदेश में गत 1 अप्रैल से चना के 621 और सरसों के 621 सहित कुल 1242 क्रय केन्द्रों पर कृषि जीन्स चने और सरसों की सरकारी खरीद शुरू कर दी गई थी. जबकि समर्थन मूल्य पर फसल खरीद के लिए गत 25 मार्च से ही ऑनलाइन पंजीयन भी शुरू हो गए थे. साथ ही किसानों के लिए चना और सरसों की फसल समर्थन मूल्य पर विक्रय के लिए ई-मित्र या संबंधित खरीद केंद्र पर सुबह 9 से शाम 7 बजे तक ऑनलाइन पंजीयन करवाने की व्यवस्था की गई थी. 


ऑनलाइन पंजीयन करते समय किसान को जनआधार कार्ड, बैंक पासबुक और गिरदावरी की प्रति पंजीयन फार्म के साथ अपलोड करनी होगी. वहीं किसान को आधार आधारित बायोमैट्रिक अभिप्रमाणन पर भी पंजीयन करवाना होगा. साथ ही एक मोबाइल नम्बर पर एक ही किसान का पंजीयन किया जाएगा. जोधपुर जिले में बिलाड़ा सहित कुल 38 केन्द्रों पर खरीद की जानी है, जिसके तहत भोपालगढ़ में स्थानीय को-ऑपरेटिव मार्केटिंग सोसायटी में बनाए गए खरीद केंद्र पर इन दिनों चना की समर्थन मूल्य पर खरीद की जा रही है.


उपज लेकर पहुंचने लगे किसान
राज्य सरकार के निर्देशानुसार बिलाड़ा मार्केटिंग सोसायटी में समर्थन मूल्य पर चने की खरीद गत 18 अप्रैल से शुरु हो चुकी है और इसके साथ ही क्षेत्र के ग्रामीण इलाकों के किसान अपनी चने की उपज लेकर खरीद केंद्र पर पहुंचने लगे हैं. केन्द्र व्यवस्थापक अमृतलाल सांखला और प्रभारी ओमप्रकाश खदाव ने बताया कि स्थानीय खरीद केंद्र पर अब तक करीब 8832 क्विंटल 50 किलो चने की खरीद की जा चुकी है. 


इसके लिए क्षेत्र के किसान अपनी निर्धारित पंजीयन तिथि पर उपज लेकर केंद्र पर पहुंच रहे हैं और चना की खरीद को लेकर किसान भी खासे उत्साहित नजर आ रहे हैं लेकिन उन्होंने बताया कि जो किसान यहां चने की उपज लेकर आ रहे हैं, वे एफएक्यू की ओर से तय मानकों का ध्यान रखें और इसके अनुसार अच्छी गुणवत्ता और साफ-सुथरा माल ही खरीद केंद्र पर बिकवाली के लिए लेकर आएं जिससे इसके अभाव में उन्हें वापिस नहीं लौटना पड़े.


बाजार से मिल रहे अच्छे भाव
किसानों के अनुसार इस बार सरसों का बाजार भाव समर्थन मूल्य से कुछ अधिक होने के चलते सरकारी खरीद केंद्रों पर सरसों की आवक नहीं के बराबर हो रही है और किसान भी अपनी उपज अधिक भावों के चलते बाजार में ही बेच रहे हैं. वहीं चने का बाजार भाव निर्धारित सरकारी समर्थन मूल्य 5230 रुपये से करीब 600 से 700 रुपये प्रति क्विंटल कम है, ऐसे में चना की समर्थन मूल्य पर बिकवाली को लेकर ग्रामीण इलाकों के किसान काफी उत्साहित नजर आ रहे हैं.


मार्केटिंग कोऑपरेटिव सोसायटी के कालूराम पटेल गिरधारी सिंह गोविंद राम खदाव कृषि मंडी परिसर में लगे हुए हैं और आने वाले किसानों की मदद कर रहे हैं और चना किए सैंपलओं की जांच कर रहे हैं. अधिकारियों ने बताया कि अब तक 410 किसानों का माल तूल चुका है और किसानों की समस्याओं का समाधान हाथों-हाथ कर रहे हैं. कर्मचारियों ने बताया कि समर्थन मूल्य के तूलाए गए किसानों के खातों में पैसे आने शुरू हो गए हैं.


Reporter: Arun Harsh


यह भी पढ़ें - बिलाड़ा: हर ग्राम पंचायत स्तर पर खेल मैदान बनाने की मंशा, ड्रोन से होगा गांव का प्रॉपर्टी आंकलन


अपने जिले की खबर देखने के लिए यहां क्लिक करें