Rajasthan: जोधपुर संभाग में शनिवार को RLP की महिला मोर्चा जिला अध्यक्ष  सुमन बेनीवाल की हत्या का मामला सामने आया है. हत्या का आरोप सुमन बेनीवाल (35) के पति पर लगा है. यह घटना शुक्रवार  की देर रात जोधपुर जिले के माता का थान इलाके की है.  


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 पति रमेश बेनीवाल ने की हत्या
मिली जानकारी के अनुसार पति रमेश बेनीवाल ने  आपसी अनबन के तलते पत्नी सुमन का सिर बुरी तरह से पत्थर से मारकर कुचल डाला था. साथ ही उसके शव के पास रातभर बैठा रहा. शनिवार दोपहर करीब 12 बजे  जब पुलिस  पहुंची  तो पति को गिरफ्तार कर थाने लाया गया. जहां उससे पूछताछ जारी है. इसके साथ ही घटनास्थल पर  शुरूआती जांच में पुलिस ने एफएसएल की टीम का सहयोग लेते हुए सबूत जुटाए हैं.


3 घंटे बाद खोला दरवाजा
मामले की जांच कर रहे एडीसीपी नाजिम अली ने बताया कि  15 साल पहले दोनों की शादी हुई थी .  उनके दो बच्चे है दोनों इस वक्त हॉस्टल में है.  गौरतलब है कि करीब  9 महीने से दोनों  पति-पत्नी माता का थान इलाके में किराए  के मकान में  रहे थे. बताया जा रहा है कि दोनों के बीच काफी समय से अनबन चल रही थी. इसी का  गुस्सा  शायद रमेश शुक्रवार को  निकाला क्योंकि  शुक्रवार रात 10 बजे  जब वह  घर आया था, तो पत्नी सुमन ने दरवाजा नहीं खोला . 3 घंटे तक लगातार दरवाजा खटखटाने के बाद जब रात 1.30 सुमन ने दरवाजा खोला. तो दोनों में जमकर कहासुनी हुई. इसी बीच रमेश ने अपना आपा खोते हुए दरवाजे के पास पड़े भारी भरकम पत्थर को उसके सिर पर दे मारा. जिससे सुमन की मौके पर ही मौत हो गई. सुमन की मौत के बाद पति रमेश ने उसके भाई को भी फोन किया.  



साले को फोन कर कहा- मार डाला तेरी बहन को 


एडीसीपी नाजिम अली ने आगे बताया कि पूछताछ में सामने आया है कि  रमेश ने रात 2 बजे साले गोवर्धन राम को फोन कर उसकी बहन की मौत की जानकारी  दी थी.  और कहा कि  मैंने तुम्हारी बहन को मार दिया है. और उसे एक झूठी खहानी बताकर गुमराह किया. 
 उसने कहा कि उसकी बहन सुमन रात को 1.30 बजे घर आई थी. मैंने खाना बना कर रखा हुआ  था. उसने खाया नहीं. मुझे नजदीक आने से भी रोका. इसलिए मुझे गुस्सा आया और मैंने पत्थर से वार कर दिया.  उधर से गोवर्धन राम ने कहा- मुझे क्यों फोन कर रहे हो. आप अपने घर वालों को फोन करो. इसके बाद गोवर्धन राम ने जोधपुर में रह रहे परिवार के अन्य सदस्यों को सूचना दी.


सुबह  पहुंचा परिवार पर दरवाजा नहीं  खुला
गोवर्धन के जरिए मिली सूचना पर जब सुबह रिश्तेदारों  और इसका साला  सुमन के घर आए तो  रमेश ने दरवाजा नहीं खोला.  रमेश पत्नी की लाश के पास ही बैठा रहा. सुबह करीब 10 बजे गोवर्धन राम ने पुलिस को बहन की हत्या की रिपोर्ट दी.


पुलिस के कहने पर खुला दरवाजा
भाई के जरिए मिली बहन की मौत की सूचना पर पहुंची पुलिस ने मकान मालिक चैन सिंह से पूचताछ की. तो उसने बताया कि - मुझे मामले की जानकारी मिली तो शनिवार सुबह मैं भी वहां पहुंचा. दरवाजा खटखटाया. रमेश ने दरवाजा नहीं खोला. इसके बाद मैं थाने गया और पुलिस को साथ लेकर आया. दोपहर 12 बजे के करीब पुलिस ने दरवाजा खटखटा कर बोला कि रमेश दरवाजा खोलो. बाहर पुलिस है. तब रमेश ने दरवाजा खोला.पेट्रोल पंप पर  करती थी काम


जोधपुर जिले के मतोडा क्षेत्र के नोसर गांव का रहने वाला रमेश बेनीवाल व ओसियां के खावडा निवासी सुमन की शादी 15 साल पहले हुई थी. उस समय वह  जोधपुर के भदवासिया इलाके में स्थित एक पेट्रोल पंप पर काम करती थी. रमेश जोधपुर के बासनी इलाके में एक हैंडीक्राफ्ट फैक्ट्री में फर्नीचर का काम करता है. सुमन ने  7 महीने पहले ही उसने आरएलपी जॉइन की थी.बहुत कम वक्त में वह राजनीति में तेजी से आगे बढ़ रही थी. वह आरएलपी से जोधपुर की जिला अध्यक्ष (महिला विंग) थी.
दोनों के दो बेटे 12 वर्षीय महावीर व आठ वर्षीय हरिकिशन हैं. दोनों बच्चे कुड़ी इलाके के कृष्णा हॉस्टल में रहकर पढ़ते हैं.


 हनुमान बेनीवाल जन्मदिन पर साथ काटा था केक
सुमन के जन्मदिन पर हनुमान बेनीवाल ने उसके साथ केक काटकर बधाई दी थी. लोकल राजनीति में सुमन एक्टिव थी. वह पहले पुणे में फर्नीचर मैन्यूफैक्चरिंग का काम करता था. पड़ोस में रहने वाले श्रवण राम कहते हैं- पिछले 8 से 9 महीने में कभी भी पति-पत्नी के बीच विवाद नहीं देखा. रमेश का लकड़ियों का काम है. वह बातचीत कम ही करते हैं. 2 से 3 महीने में एक बार वह घर आते है.


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