Rajasthan News: राजस्थान के जोधपुर जिले में एक व्यक्ति की अंधविश्वास के चलते मौत हो गई. लोहावट क्षेत्र में पीलवा के एक भोपे द्वारा बताए गए तांत्रिक क्रियाकलाप को पूरा करने के दौरान 48 वर्षीय श्रवण सिंह नहर में डूब गया. श्रवण सिंह के परिजन ने बताया कि एक भोपे ने उन्हें तीन शनिवार तक विभिन्न क्रियाएं करने को कहा था. 


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पहले शनिवार को मटका चौराहे पर रखना था. दूसरे शनिवार को उसे बहते पानी में डालना था. तीसरे और आखिरी शनिवार को श्मशान घाट में रखना था. पहले शनिवार की क्रिया पूरी हो चुकी थी. दूसरे शनिवार के क्रिया के लिए रात के 11:15 बजे श्रवण सिंह अपने परिवार के अन्य सदस्यों के साथ नहर पर पहुंचे. 


 



वहां उन्होंने मटका डालने का प्रयास किया, लेकिन अंधेरे में अचानक उनका पैर फिसल गया और वो नहर में गिर गया. जब तक उनके साथी उन्हें ढूंधने पहुंचे तब तक मटका तो फट गया था, लेकिन श्रवण सिंह का कोई अता-पता नहीं था. परिवार की आंखों के सामने से ही श्रवण सिंह गायब हो गए.


 



दूसरे दिन शाम को मिला शव


इस घटना की सूचना तुरंत पुलिस को दी गई. घटना की सूचना मिलने के बाद लोहावट पुलिस थाना की टीम ने स्थानीय गोताखोरों की मदद से नहर में श्रवण सिंह की तलाश शुरू की, लेकिन रातभर ढूंढने के बाद भी श्रवण सिंह नहीं मिला. दूसरे दिन सुबह फिर से श्रवण सिंह खोजबीन की गई. तब जाकर कल शाम को शव पांचला पुलिया के पास मिला. शव को लोहावट अस्पताल की मोर्चरी में भेजा गया. जहां पोस्टमार्टम के बाद परिजनों को सौंपा गया.



आंखों के सामने गायब हो गया शख्स


श्रवण सिंह के भाई ने पुलिस को जानकारी देते हुए बताया कि परिवार के करीब 5-6 लोग गाड़ी से नहर के पास गए थे. उस समय वहां अंधेरा था. नहर में मटका रखने का काम श्रवण सिंह को ही करना था, लेकिन हमारी आंखों के सामने देखते ही देखते वह गायब हो गया. हम कुछ समझ नहीं पाए. 



हम पहले ही डरे हुए थे कि तीसरे शनिवार को श्मशान जाना पड़ेगा. लेकिन ये नहीं पता था कि श्मशान जाने से पहले ही इस तरह मौत आ जाएगी. श्रवण के भाई ने बताया कि परिवार में सुख-शांति के लिए एक तांत्रिक से क्रियाएं कराई थी. पता नहीं था कि यह क्रिया परिवार पर ही भारी पड़ जाएगा.