RAS Priyanka Bishnoi Death Case: जोधपुर RAS प्रियंका बिश्नोई की मौत के मामले में राजस्थान सरकार द्वारा गठित उच्च स्तरीय जांच कमेटी ने शनिवार को दिनभर में अपनी जांच पूरी कर ली है.


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अब उच्च स्तरीय जांच कमेटी सरकार को अपनी रिपोर्ट सौंपेगी. इसके बाद यह तय हो पाएगा कि अस्पताल प्रशासन व डॉक्टर के खिलाफ FIR दर्ज होगी या नहीं. गौरतलब है कि 05 सितंबर को सहायक जिला कलेक्टर जोधपुर के पद पर काम करते रहते प्रियंका बिश्नोई का जोधपुर के वसुंधरा अस्पताल में बच्चेदानी में गांठ का ऑपरेशन किया गया. इसके बाद उनकी तबीयत बिगडती गई और गंभीर हालत में अहमदाबाद रेफर किया गया. जहां 18 सितम्बर को प्रियंका विश्नोई जिंदगी की जंग हार गईं और दुनिया को अलविदा कर दिया.



प्रियंका बिश्नोई के ससुर ने इस मामले में 15 सितंबर को एक लिखित शिकायत जिला कलेक्टर को सौंपी थी जिसमें यह आरोप लगाया गया कि प्रियंका के ऑपरेशन के दौरान एनेस्थीसिया यानी बेहोश करने की दवा ज्यादा मात्रा में दे दी गई. जिसके कारण उनकी हालत बिगड़ी थी. इस शिकायत पर एक्शन लेते हुए जिला कलेक्टर गौरव अग्रवाल ने एक जांच कमेटी का गठन किया. जिसमें अलग-अलग विभाग के पांच विषय विशेषज्ञ डॉक्टर को सम्मिलित किया गया.



इस कमेटी ने अपनी जांच पेश करते हुए बताया कि हालांकि अस्पताल प्रशासन की तरफ से जानबूझकर कोई लापरवाही सामने नहीं आई लेकिन इस मामले की उच्च स्तर पर जांच करने की आवश्यकता है. जिसके बाद सरकार ने एक उच्च स्तरीय जांच कमेटी का गठन किया. जिसमें जयपुर के SMS अस्पताल के 3 डॉक्टर और जोधपुर के एम्स अस्पताल के 2 डॉक्टरों को सम्मिलित किया.



 इस जांच कमेटी ने शनिवार को एम्स अस्पताल में प्रियंका बिश्नोई की मौत की जांच आरंभ की. सूत्रों की माने तो प्रियंका बिश्नोई की पोस्टमार्टम रिपोर्ट पर करीब डेढ़ घंटे तक जांच कमेटी ने विचार विमर्श किया. इसके बाद कमेटी के सभी सदस्यों ने अपनी अपनी राय लिखित में दी. इसके बाद वसुंधरा अस्पताल यह उच्च स्तरीय जांच कमेटी पहुंची जहां अस्पताल की बारीकी से जांच की गई.



अस्पताल के ऑपरेशन थिएटर की जांच भी की गई. इसके अलावा ऑपरेशन के दौरान उपस्थित रहे सभी कर्मचारियों को बुलाकर अलग-अलग पूछताछ की गई.



जांच कमेटी अपनी जांच करने के बाद वसुंधरा अस्पताल से रवाना हुई तो मीडिया ने बात करने का प्रयास किया लेकिन किसी सवाल का जवाब दिए बगैर वहां से निकल गए. यह जांच कमेटी रविवार को राज्य सरकार को अपनी रिपोर्ट सौंपेगी. इसके बाद यह पता चल पाएगा कि अस्पताल प्रशासन के खिलाफ FIR दर्ज होती है या नहीं ?



बता दें कि किसी भी अस्पताल या चिकित्सक के खिलाफ FIR दर्ज करने से पहले जांच कमेटी का गठन कर उसकी रिपोर्ट के आधार पर मुकदमा दर्ज किया जाता है. ऐसे में प्रियंका विश्नोई के परिवार सहित अस्पताल प्रशासन को भी इस उच्च स्तरीय जांच कमेटी की रिपोर्ट का इंतजार है.