Shani ke Upay : शनि के बुरे प्रभावों को चुटकी में दूर करने के उपाए, आज ही आजमाएं
Shani ke Upay: वैदिक ज्योतिष में शनि देव न्याय के देवता माने जाते हैं. अच्छे और बुरे कर्मों के आधार पर ही जातक को शनि की दशा लगने पर अच्छा या बुरा परिणाम झेलना पड़ता है. अगर अच्छे कर्म रहे हों तो शनिदेव की महादशाओं में जातक करोड़पति हो जाता है और बुरे कर्म होने पर कंगाल भी हो सकता है.
Shani ke Upay: वैदिक ज्योतिष में शनि देव न्याय के देवता माने जाते हैं. अच्छे और बुरे कर्मों के आधार पर ही जातक को शनि की दशा लगने पर अच्छा या बुरा परिणाम झेलना पड़ता है. अगर अच्छे कर्म रहे हों तो शनिदेव की महादशाओं में जातक करोड़पति हो जाता है और बुरे कर्म होने पर कंगाल भी हो सकता है.
लेकिन कुछ उपाय और टोटके शनि की महादशा में होने वाली परेशानियों को कम करने की ताकत रखते हैं. जिनका प्रयोग करने पर जातक बुरे वक्त में भी अच्छा महसूस करता है.
शनि की साढ़ेसाती, ढैय्या या महादशा में कुछ जातकों को बीमारी घेर लेती है. अगर लाख कोशिशों के बाद भी मरीज ठीक नहीं हो रहा है तो शनि की शांति के लिए जल्द से जल्द दशरथ कृत शनि स्त्रोत का पाठ शुरु कर देना चाहिए. बीमारी का प्रभाव कम होगा.
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आर्थिक परेशानी या फिर नौकरी से जुड़ी को समस्या का समाधान चाहते हों तो फिर आप शनिवार के दिन से किसी पुराने बरगद के पेड़ को सींचना शुरु करें और पेड़ पर रहने वाले पक्षियों को दाना दें. ये उपाय तुरंत असर दिखाता है.
शनि की महादशाओं में हो रहे पैसों के नुकसान या कमी को दूर करने के लिए शनिवार के दिन सवा किलो आटा और सवा किलो गुड़ मिलाकर शाम के समय उस आटे की रोटियां बनाएं और सूरज के ढलने के बाद किसी दूध देने वाली गाय को खिला दें. ऐसा आपको 7 शनिवार तक करना है. इससे आपका बैंक बैलेंस बढ़ेगा.
अगर बिजनेस में बहुत नुकसान हो रहा है तो फिर शनिवार को दीपक जलाकर सुंदर कांड का पाठ करें. ऐसा लगातार 11 शनिवार तक करें तो बिजनेस से जुड़ी समस्या दूर हो जाती है और खूब बरकत होती है.
(Disclaimer: ये लेख सामान्य जानकारियों पर आधारित हैं. ZEE Media इनकी पुष्टि नहीं करता है.)