वो मामा जो बना मास्टर कोच और भांजी पूजा विश्नोई को बना डाला चैंपियन, विराट कोहली और एमएस धोनी भी हैं फैन
Pooja Bishnoi Coach : राजस्थान(Rajasthan)के जोधपुर(jodhpur) की पूजा विश्नोई(Pooja Bishnoi) ने छोटी उम्र में वो नाम कमाया है कि क्रिकेट के स्टार विराट कोहली(Virat Kohli) और एमएस धोनी(MS DHONI) तक उनके मुरीद हो चुके हैं. पूजा विश्नोई की इस कामयाबी के पीछे वो मजबूत हाथ है, 3 साल की उम्र से पूजा विश्नोई के कंधे पर था और वो हाथ है- पूजा विश्नोई के मामा सरवन बुदिया(Sarwan Budiya) का.
Pooja Bishnoi Coach : राजस्थान(Rajasthan)के जोधपुर(jodhpur) की पूजा विश्नोई(Pooja Bishnoi) ने छोटी उम्र में वो नाम कमाया है कि क्रिकेट के स्टार विराट कोहली(Virat Kohli) और एमएस धोनी(MS DHONI) तक उनके मुरीद हो चुके हैं. पूजा विश्नोई की इस कामयाबी के पीछे वो मजबूत हाथ है, 3 साल की उम्र से पूजा विश्नोई के कंधे पर था और वो हाथ है- पूजा विश्नोई के मामा सरवन बुदिया(Sarwan Budiya) का.
मामा ने भतीजी में देखा अपना सपना
जोधपुर के 22 साल के सरवन बुदिया का सपना सफल एथलीट और क्रिकेटर बनने का था. लेकिन नेशनल लेवल की कुछ प्रतियोगिताओं में खुद को साबित कर चुके सरवन बुदिया का ये सपना एक गंभीर हैमस्ट्रिंग चोट के चलते अधूरा रह गया.
लड़कों को रनिंग में हरा देती थी पूजा विश्नोई
लेकिन सरवन बुदिया ने हार नहीं मानी और अपना सपना अपनी भांजी पूजा विश्नोई के जरिए पूरा करने का संकल्प लिया. पूजा विश्नोई गांव में होने वाले रनिंग कॉम्पिटीशन में हमेशा अपने से ज्यादा उम्र के लड़कों को पछाड़ देती थी.
मामा जैसा ही खेल को लेकर पूजा विश्नोई में था जुनून
खेल को लेकर जुनून पूजा विश्नोई में वैसा ही था जैसे सरवन बुदिया में था. सरवन बुदिया ने बिना देरी किए और समाज और परिवार के तानों को दरकिनार कर. पूजा विश्नोई की ट्रेनिंग शुरु कर दी और 9 साल की भांजी को स्टार एथलीट बना दिया.
जोधपुर के किसान परिवार की पूजा विश्नोई के धोनी और कोहली भी फैन
जोधपुर के किसान परिवार के ये मामा-भांजी अब राष्ट्रीय स्तर पर पहचान बना चुके हैं. खुद विराट कोहली और एम एस धोनी इनके कौशल का लोहा मान चुके है. पूजा विश्नोई का पूरा खर्च विराट कोहली की तरफ से उठाया जा रहा है और जोधपुर में रहने के लिए एक फ्लैट भी दिया गया है.
विराट कोहली उठा रहे पूजा विश्नोई का पूरा खर्च
पूजा विश्नोई के मामा और कोच सरवन बुदिया, पूजा के भाई को भी ट्रेनिंग दे रहे हैं. उम्मीद हैं कि वो भी अपनी बहन की तरह नाम कमाएगा. फिलहाल सरवन बुदिया एक ऐसी खेल एकदमी खोलना चाहते हैं, जो गरीब प्रतिभाओं को ट्रेनिंग दे.
कोच सरवन बुदिया को यकीन उसेन बोल्ट का रिकॉर्ड तोड़ देगी पूजा विश्नोई
सरवन बुदिया का सपना है कि उनकी भांजी पूजा विश्नोई एक दिन उसेन बोल्ट का रिकॉर्ड तोड़ दें. जिस संजीदगी से सरवन बुदिया अपनी भांजी को ट्रेनिंग दे रहे हैं. उससे लगता है कि ये सपना जल्द पूरा होगा.
जोधपुर के किसान की इस बेटी के विराट कोहली भी है फैन, उठा रहे हैं पूरा खर्च