Bilara: जोधपुर जिले के बिलाड़ा के डिगड़ी माताजी मंदिर के बाहर हरियाणा के जुना अखाड़ा के महन्त विश्वंभर भारती के नेतृत्व में गुरूवार किशनगिरी महाराज को मंदिर में महन्त की उपाधी दी और संतो ने शॉल व माला पहनाकर कर मंदिर के पहले महन्त बने, कार्यक्रम के पूर्व बिलाड़ा कस्बे में संतो की गाजे बाजे के साथ संतो की शोभायात्रा निकाली, शोभायात्रा में गेर दल ने झमकर नृत्य किया, महिलाओं ने मंगल कलश लेकर मंगल गीत गाये, शोभायात्रा का जगह जगह स्वागत किया गया.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

ये भी पढ़ें- खुशखबरी: महाराष्ट्र के बाद राजस्थान के किसानों को तोहफा, जल्द खुद कर सकेंगे गिरदावरी


 आज कार्यक्रम में भाग लेने के लिए सिरवी समाज के धर्मगुरु व पूर्व मंत्री माधव सिंह दीवान ढिगड़ी माताजी मंदिर पहुचे तो मंदिर परिसर के कमेटी के पदाधिकारी व लोगों ने दीवान का गाजे बाजे के बधावणा किया और लोगों पुष्प वर्षा कर स्वागत किया और पैर छुकर आर्शीवार्द लिया, बाद में दीवान ने धर्मसभा को संबोधित किया बाद में ढिगड़ी माताजी के मंदिर के प्रथम महन्त बनने वाले संत किशन गिरी महाराज को शॉल ओडाकर स्वागत किया, बाद में बाहर से आये विभिन्न जिलों के संतो ने प्रथम महंत किशन गिरी महाराज को माला व दुपट्टा पहनाकर स्वागत किया.


 मंहत की घोषणा होते ही महिलाओं ने मंगल गीत गाये, मंदिर परिसर में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ नजर आई लोगों ने यज्ञशाला में परिक्रमा कर मंगल कामना की मंदिर परिसर में दिन भर धार्मिक अनुष्ठान हो रहे थे मंदिर परिसर में भजन गायक द्वारा भजनों की प्रस्तुतियां दे रहे थे पूरा वातावरण भक्तिमय हो गया मंदिर परिसर में महा प्रसादी का आयोजन किया गया आसपास गांव के बड़ी संख्या में श्रद्धालु मंदिर परिसर में पहुंचे



11 धुणो पर वैदिक मंत्रोचार व हर हर महादेव के जय कारों के साथ तपस्वी महंत किशन गिरी महाराज ने धर्म ध्वजा की स्थापना की और अग्नि तपस्या शुरू की अग्नि तपस्या के समाचार आसपास लोगों को मिली तो बड़ी संख्या में लोग मंदिर परिसर में पहुंचने लगे और महिलाएं मंगल गीत गा रही है और धार्मिक अनुष्ठान के साथ विभिन्न कार्यक्रम आयोजित हो रहे हैं


देश में मानसून का आगमन हो चुका है, हालांकि अब भी प्रदेश और जोधपुर में अच्छी बारिश का इंतजार है. गत वर्ष भी मानसून ने निराश किया पारा लगातार 40 डिग्री से ऊपर और भीषण गर्मी का असर जारी है. ऐसे में आमजन से लेकर अन्नदाता तक उम्मीदों से मानसून और बढ़िया बारिश की बाट जोह रहे हैं.
इस बीच बारिश की कामना को लेकर श्रीपंच दशनाम जूना अखाड़ा के संत किशनगिरि नागा बाबा अनूठी पहल कर रहे हैं. वे देश में अच्छी बरसात, सौहार्द व सुख-समृद्धि की कामना को लेकर सवा महीने अग्नि तपस्या शुरू की.


बिलाड़ा के डिगाड़ी माता थान गुफा स्थल पर ये साधना शुरू हुई तपस्या स्थल पर कई ट्रॉली बालू रेत बिछाई गई है. 11 धूणे बनाए गए हैं, जिसमें सवा माह में 20 ट्रॉली कंडों से तपस्या की,
इन अग्नि कुंडों के बीच सुबह 6 बजे से शाम 6 बजे तक भीषण गर्मी में संत किशन गिरि महाराज शरीर पर भस्म रमाकर अग्नि तपस्या की . जनसहयोग से आयोजित हो रहे इस कार्यक्रम को लेकर विधि-विधान से भगवान महादेव के जयकारों के बीच धर्म ध्वजा की स्थापना की गई है.


अपने जिले की खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें