Ekadashi Vrat : हिंदू शास्त्रों में एकादशी तिथि को पवित्र माना गया है. आज 25 सितंबर 2023 को एकादशी व्रत है. आज के दिन की गयी पूजा और व्रत से जीवन में कभी किसी चीज की कमी नहीं होती है और भगवान का आशीर्वाद हमेशा बना रहता है.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

एकादशी के दिन क्या करें 
मान्यता है कि एकादशी के दिन रात में सोना नहीं चाहिए, ये तिथि बेहद पुण्यदायी है. ऐसे में  पूरी रात भगवान विष्णु के भजन गाने चाहिए, मंत्र या आरती भी करनी चाहिए. भगवान विष्णु की प्रतिमा या तस्वीर के सामने बैठकर पूरी रात जागरण भी किया जाता है. ऐसा करने से भगवान विष्णु की कृपा से आपकी जीवन में उन्नति करते हैं.


एकादशी के दिन ये भूलकर ना करें
हिंदू धर्म में सभी तिथियों में एकादशी तिथि को सर्वश्रेष्ठ माना गया है और एकादशी तिथि भगवान विष्णु को समर्पित बताई गयी है. इस दिन किए गए उपवास, जप तप के साथ ध्यान से विशेष महत्व होता है. शास्त्रों में बताया गया है कि एकादशी का व्रत करने से सांसारिक जीवन से मुक्ति के बाद बैकुंठ धाम में प्रवेश मिलता है. धर्म ग्रंथों में आज के दिन इन कामों को वर्जित बताया गया है.


एकादशी तिथि के दिन भूलकर भी चावल ना खाएं.  धार्मिक कथाओं में बताया गया है कि एकादशी पर  चावल खाने वाला व्यक्ति अगले जन्म में रेंगने वाली योनि में जन्म लेता है. हालांकि अगर आप द्वादशी तिथि को चावल खाते हैं तो आपको इस योनि से भी मुक्ति मिल जाती है.


एकादशी के दिन दातुन या मंजन वर्जित बताया गया ह. ये ही नहीं एकादशी पर  क्रोध करना, झूठ बोलना, चुगल और दूसरों की बुराई करना जैसे काम नहीं करने चाहिए.  ऐसा करने से ना सिर्फ परिवार बल्कि पूरे समाज में सम्मान नहीं मिलता और आप अनजाने में पाप के भागी भी बनते हैं. आज का दिन सिर्फ पूजा पाठ में लगाना चाहिए.


आज के दिन तुलसी के पत्तों ना तोड़े. एकादशी तिथि के दिन तुलसी के पत्ते तोड़ना वर्जित है औप द्वादशी तिथि को जब पारण करें तो तुलसी के पत्ते से करे. लेकिन उस दिन भी व्रती को तुलसी का पत्ता तोड़े नहीं. घर में अगर कोई बच्चा या बुजुर्ग है, जिसने भी एकादशी का व्रत नही किया हो, उससे पत्ता तोड़ने के लिए द्वादशी तिथि पर आप कह सकते हैं.


एकादशी तिथि पर मसूर दाल, चना दाल, उड़द दाल, गोभी, गाजर, शलजम, पालक का सेहत नहीं किया जाता है. । साथ ही इस दिन शारीरिक-मानसिक तौर पर किए जाने वाले बुरे कार्यों से बचें. शास्त्रों में एकादशी तिथि को मोक्षदायिनी तिथि  है इसलिए एकादशी तिथि के दिन इन कार्यों को करने से बचें.


एकादशी तिथि के दिन पान खाना, चोरी करना, हिंसा करना, क्रोध करना, मैथुन, स्त्रीसंग, कपट आदि चीजों से बचे. वहीं अगर आपसे कोई गलती हो जाए तो उसके लिए तुरंत माफी मांग ले. साथ ही इनको आदत बना लें,, जो आपके लिए बेहद फायदेमंद साबित हो सकती है.


(डिस्क्लेमर- ये लेख सामान्य जानकारी है, जिसकी ज़ी मीडिया पुष्टि नहीं करता है)