Hanuman Temple: राम भक्त हनुमान को कलयुग का राजा माना जाता है. कहा जाता है कि आज भी भगवान हनुमान किसी ना किसी रूप में भक्तों को खुद के होने का आभास करवाते हैं. ऐसे तो सभी हनुमानजी के मंदिरों की अलग-अलग मान्यताएं हैं लेकिन आज हम आपको मां नर्मदा के किनारे स्थित हनुमान मंदिर की अनोखी कहानी बताने जा रहे हैं. इस मंदिर में विराजमान बजरंगबली अपने सिंदूरी रूप में भक्तों पर कृपा बरसा रहे हैं. 


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पुरानी मान्यताओं के मुताबिक, भगवान हनुमान को सिंदूर सबसे प्यारा होता है. कहते हैं कि अगर मंगलवार को सच्चे मन से हनुमानजी को जो भक्त सिंदूर लगाता है, उसकी सारी मनोकामना पूरी हो जाती हैं. जबलपुर के तिलवारा घाट में एक हनुमान मंदिर है, जो मां नर्मदा के किनारे स्थित है. इस मंदिर को लेकर कई अनोखी मान्यताएं हैं. कहा जाता है कि यहां मां नर्मदा खुद हनुमान जी के दर्शन करती हैं. यहां कोई सुबह-सुबह आता है और बाहर से दर्शन करके चला जाता है. 


माना जाता है कि हनुमानजी एक ब्रह्मचारी हैं. शास्त्रों के मुताबिक, किसी भी स्त्री को ब्रह्मचारी का स्पर्श नहीं करना चाहिए. इस वजह से मंदिर में हनुमानजी की प्रतिमा के आस-पास पारदर्शी शेड लगाया गया है, जिससे महिलाएं हनुमानजी की प्रतिमा को न छुएं और एक ब्रह्मचारी को स्पर्श करने के पाप से भी दूर रहें. जानकारी के अनुसार, हनुमानजी के मंदिरों में उनकी मूर्ति को छूने की महिलाओं को इजाजत नहीं है


वानर सेना सुनने आती है पाठ 
इस मंदिर को लेकर कहा जाता है कि जब-जब मंदिर में हनुमान चालीसा या रामायण का पाठ होता है, तब यहां वानर सेना आकर बैठ जाती है. मंदिर में आकर वानर सेना हनुमान चालीसा और रामायण का पाठ सुनती है. कहा जाता है कि बंदर आते है और पाठ सुनकर वापस चले जाते हैं. इस दौराना ना तो कोई भक्त उन्हें छेड़ता है और ना ही बंदर किसी को परेशान करते हैं. 


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