Jyeshtha Purnima 2024 : ज्येष्ठ पूर्णिमा के दिन मां लक्ष्मी और भगवान विष्णु दोनों की साथ ही पूजा की जाती है. जिससे घर में धन धान्य भरा रहे. विधि विधान से की गयी इस दिन की पूजा दोगुना फल देती है. वैसे तो साल भर में 12 पूर्णिमा होती है, लेकिन ज्येष्ठ पूर्णिमा का महत्व अलग है. 


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इस दिन चंद्रमा ग्रह से जुड़े दान विशेष रूप से फलदायी होते हैं. जैसे - सफेद चीजों को दान- दही-दूध-शक्कर-चांदी का दान किया जा सकता है. गंगा स्नान ज्येष्ठ पूर्णिमा के दिन करने से कुंडली में कमजोर चंद्रमा से जुड़ी समस्याओं का निदान हो सकता है, और जीवन में सुख शांति बनी रहती है.



ज्येष्ठ पूर्णिमा 2024 तिथि
21 जून 2024 सुबह 6 बजकर 1 मिनट से लेकर 22 जून सुबह 5 बजकर 7 मिनट तक



ज्येष्ठ पूर्णिमा 2024 पूजा विधि और उपाय
1. इस दिन तुलसी पूजन का विशेष महत्व है. ऐसा करने पर कुंडली के दोष समाप्त हो जाते हैं और भाग्योदय होता है. सेहत से जुड़ी परेशानी और सुख समृद्धि में विस्तार के लिए तुलसी पूजन, इस दिन करने से तीनगुना फल की प्राप्ति होती है.
2. इस दिन बरगद के पेड़ की पूजा भी की जाती है. बरगद में त्रिदेव का वास कहा जाता है ऐसे में ज्येष्ठ माह की पूर्णिमा के दिन बरगद की पूजा से मोक्ष मिलता है, साथ ही विवाह में आ रही परेशानी दूर होती है. और तनाव दूर होता है.
3. इस दिन पीपल के पेड़ की पूजा से सुख समृद्धि बनी रहती है. ज्येष्ठ पूर्णिमा पर पीपल के पेड़ की पूजा से भगवान विष्णु और मां लक्ष्मी प्रसन्न होती है और आर्थिक समस्याओं का समाधान होता है.